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Last Modified: सोमवार, 2 मई 2016 (15:05 IST)

सीआईए ने 5 साल बाद फिर शुरू किया 'ऑपरेशन लादेन', मचा हंगामा

Osama bin Laden
चरमपंथी संगठन अल कायदा के नेता ओसामा बिन लादेन की मौत को लाइव ट्वीट करने वाली अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए की जमकर निंदा हो रही है। 
जानकारी के मुताबिक, सीआईए ने अपने ट्विटर हैंडल @CIA से ट्वीट किया है, 'ओसामा बिन लादेन की मौत की 5 बरसी पर एबटाबाद में हुई कार्रवाई को हम ऐसे ट्वीट करेंगे मानों यह सब आज के दिन ही हुआ हो।' लादेन की मौत को आज पूरे 5 साल हो गए हैं। गौरतलब है कि 2 मई 2011 को पाकिस्तान के ऐबटाबाद में अमेरिकी सेना के एक गुप्त अभियान में ओसामा बिन लादेन मारा गया था।
 
दरअसल CIA ने इस मौके पर एक ट्वीट कर 5 साल पहले अमेरिका के मोस्ट वांटेड व्यक्ति को पकड़ने के लिए बनाए गए अपने मिशन और खुफिया जानकारी को लोगों के साथ साझा किया। सीआईए द्वारा किए गए इस ट्वीट पर लोगों ने कुछ इस तरह के रिएक्शन सामने आए है। कुछ ट्विटर यूजर्स ने इसे अजीब और शर्मनाक, एकदम बकवास बताया है।
 
जिंदगी के अंत में अकेला लादेन : अल कायदा का पूर्व प्रमुख और कुख्यात आतंकवादी ओसामा बिन लादेन अपनी जिंदगी के आखिरी दिनों में बेहद अकेला हो गया था। पाकिस्तान के एबटाबाद में उसके पास सिर्फ दो सुरक्षाकर्मी ही बचे थे, जो आपस में भाई थे। लादेन इन दोनों पर इस हद तक निर्भर था कि वह इनकी छोटी सी नाराजगी से भी घबरा जाता था। ये दोनों भी जल्द ही उसका साथ छोडऩे वाले थे, लेकिन उससे पहले ही अमेरिकी नेवी सील कमांडो की कार्रवाई में लादेन मारा गया। नेवी सील के हाथ लगे दस्तावेजों से यह खुलासा हुआ है।
 
अमेरिकन नेवी सील कमांडोज को मिले दस्तावेजों के अनुसार दोनों सुरक्षाकर्मी भाई लादेन और उसके परिवार के सारे काम करते थे। इन दोनों भाईयों के परिवार भी एबटाबाद में ओसामा बिन लादेने के ठिकाने के आस-पास ही रहते थे। इनमें से एक भाई लादेन परिवार के लिए बाजार से संबंधित खरीदारी और अन्य काम करता था, वहीं दूसरा भाई ओसामा बिन लादेन और अन्य अलकायदा नेताओं के बीच संदेशों के आदान-प्रदान का काम करता था।
 
एबटाबाद पर अमेरिकी नेवी सील कमांडोज के हमले के 4 माह पहले ही ओसामा बिन लादेन का इन दोनों भाईयों के साथ विवाद हो गया था। इसके बाद ओसामा बिन लादेन ने इन दोनों को पत्र लिखा था। नेवी सील कमांडोज को मिले इस पत्र के अनुसार दोनों भाई ओसामा की सुरक्षा को लेकर बढ़ रहे दबाव से काफी परेशान थे। इसके अलावा ओसामा के सारे खर्च भी इन्हीं दोनों को उठाने पड़ रहे थे, क्योंकि अलकायदा उस समय आर्थिक संकट से जूझ रहा था। ओसामा ने अपनी पत्नी से भी एक बार यह आशंका जाहिर की थी कि दोनों भाई उनका साथ कभी भी छोड़ सकते हैं।
 
एबटाबाद छोडऩे वाला था लादेन :  ओसामा बिन लादेन ने दोनों भाईयों को लिखे पत्र में इनसे मदद की गुहार लगाई थी। ओसामा ने लिखा था कि अगर वह किसी ऐसे को जानते हैं जो विश्वसनीय तो उसे अपनी जगह सुरक्षा के काम में लगा सकते हैं। ओसामा जल्द ही एबटाबाद छोडऩा चाहता था, हालांकि ऐसा हो नहीं पाया और यह दोनों भाई भी ओसामा के साथ ही अमेरिकी नेवी सील कमांडोज की कार्रवाई में मारे गए।
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