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Last Updated : मंगलवार, 7 मार्च 2017 (16:18 IST)

महिला सैनिकों की आपत्तिजनक तस्वीरें लीक, जांच शुरू

महिला सैनिकों की आपत्तिजनक तस्वीरें लीक, जांच शुरू - Objectionable pictures of women marines leaked
वाशिंगटन। अमेरिकी रक्षा विभाग महिला नौसैनिकों की न्यूड तस्वीरें फेसबुक ग्रुप में साझा करने के आरोप में नौसैनिकों की जांच कर रहा है।  फेसबुक पर 'मरीन्स यूनाइटेड' नामक ग्रुप में महिला नौसैनिकों की हजारों अश्लील तस्वीरें हैं, इनमें से कई महिलाएं  ड्यूटी पर तैनात भी हैं। 
मरीन कॉर्प्स टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार फेसबुक के इस सीक्रेट ग्रुप के 30 हजार फॉलोवर्स हैं और इनमें से कईयों ने पीड़ितों पर काफी उत्तेजक और भद्दे कमेंट किए। 30 जनवरी से अब तक दो दर्जन से भी अधिक महिलाओं की पहचान की जा चुकी है। हालांकि मरीन कॉर्प्स के प्रवक्ता ने जानकारी दी कि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि कितने सैन्यकर्मी इस घटना में संलिप्त हैं। अमेरिकी नौसेना इस मामले की जांच कर दोषी कर्मियों का पता लगा रही है। 
 
नौसेना के एक अधिकारी का कहना है कि,  'जो कोई भी इस ग्रुप को चलाता है वही इसको मूव करता रहता है जिससे इसके स्कोप का पता लगाना मुश्किल हो जाता है। लोग तुरंत पीड़ित को ही दोष देना शुरू कर देंगे और हम उनको लेकर ही सबसे अधिक चिंतित हैं। उन्होंने इन तस्वीरों को निजी रखने के लिए खींचा होगा लेकिन इन्हें करीबी दोस्त द्वारा ही लीक किया गया होगा।'
 
बताया जा रहा है कि नौसेना ने एक दस्तावेज बनाया है जिसमें फेसबुक के क्लोस्ड ग्रुप का भी जिक्र है। दस्तावेज बताते हैं कि मरीन कॉर्प्स इन आरोपों को गंभीरता से लेती है, ऐसी घटनाओं से मरीन कॉर्प्स का नाम तो खराब होता ही है, साथ ही उसमें कार्यरत सैनिकों में भी असुरक्षा का भाव पैदा  होता है। वाशिंगटन स्टेट से डेमोक्रैट नेता एडम स्मिथ ने इस पूरी घटना की विस्तृत जांच और इसकी शिकार महिलाओं को इंसाफ देने की मांग की है। 
 
द वॉर हाउस जर्नलिस्ट और पूर्व मरीन थॉमस ब्रेनन ने बताया कि इस ग्रुप का खुलासा करने पर उन्हें धमकियां मिली। डेली मेल के अनुसार सेंटर फॉर इन्वेस्टिगेटिव रिपोर्टिंग और द वॉर हाउस की रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि फेसबुक के इस सीक्रेट ग्रुप के 30 हजार फॉलोवर्स हैं और इनमें से कईयों ने पीड़ितों पर काफी उत्तेजक और भद्दे कमेंट किए। 30 जनवरी से अब तक दो दर्जन से भी अधिक महिलाओं की पहचान की जा चुकी है।
 
इस ग्रुप में आने के लिए किसी को पहले से एक सदस्य द्वारा जोड़ा जा सकता है। केवल वर्तमान और पूर्व सदस्य ही ग्रुप सर्च कर सकते हैं। नौसेना के पब्लिक अफेयर अधिकारी कैप्टन रेयान एल्विस ने बताया, 'जो कोई भी इस ग्रुप को चलाता है वही इसको इधर उधर करता रहता है। जिससे इसके स्कोप का पता लगाना मुश्किल है। 
 
कुछ नौसैनिकों का कहना है, 'अश्लील तस्वीरों के एक क्लोज्ड ग्रुप में शेयर करने और फिर ऑनलाइन भद्दे कमेंट के आरोपों को लेकर नौसेनिक चिंतित हैं। इन हरकतों से हमारे मूल्यों का पतन होता है। आपसी भरोसा, सम्मान और टीम वर्क जरूरी है। हम इन आरोपों को गंभीरता से ले रहे हैं। इसमें शामिल लोगों को उनके कार्यों के लिए उत्तरदायी ठहराया जाएगा।'(वेबदुनिया)
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