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Last Updated : रविवार, 1 जनवरी 2017 (14:20 IST)

इस्तांबुल में नाइट क्लब में आतंकी हमला, 39 लोगों की मौत

इस्तांबुल में नाइट क्लब में आतंकी हमला, 39 लोगों की मौत - New year,  Istanbul, terrorist attack
इस्तांबुल। तुर्की का खूबसूरत इस्तांबुल शहर में नए साल का जश्न उस वक्त मातम में बदल गया, यहां एक बंदूकधारी ने तड़ातड़ गोलियां बरसानी शुरु कर दीं। साल के इस पहले आतंकी हमले में अब तक 39 लोगों की मौत हो चुकी है और 40 लोग घायल हुए हैं। यह हमला यहां के एक नाइट क्लब में हुआ है। तुर्की पहले ही हाईअलर्ट पर था लेकिन इसके बावजूद यह हमला हो गया...अभी तक किसी ने इस आतंकी हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है लेकिन संभावना है कि हमले को अंजाम देने वाले आईएसआईएस के आतंकी हो सकते हैं। 
इस नाइट क्लब में जब लोग नववर्ष का स्वागत करते हुए मस्ती में डूबे थे कि अचानक एक  बंदूकधारी सैंटा क्लॉज की ड्रेस पहनकर आया था। लोगों ने समझा भी सैंटा भी नववर्ष की अगवानी करने के लिए आए हैं  और किसी ने ज्यादा ध्यान नहीं दिया लेकिन जाम से जाम टकराकर डांस कर रहे लोग उस वक्त सन्न रह गए,  जब इस आतंकी ने अचानक फायरिंग करनी शुरु कर दी। नाइट क्लब में गोलीबारी के वक्त करीब 600 लोग 2017 के आगमन के जश्न में डूबे हुए थे। 

यह घटना रात 1.30 बजे की है, तब भारत में रात के तीन बज रहे थे।  इस आतंकी ने  पहले नाइट क्लब के गेट पर खड़े सुरक्षाकर्मी की हत्या की और उसके बाद वह भीतर घुस गया। बाद में उसने अंधाधुंध गोलीबारी की, जिसमें 39 लोगों की मौत हो गई। 40 लोग घायल हुए हैं, जिसमें से कई लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है।         
इस्तांबुल के गवर्नर ने कहा कि  ओरताकोय क्षेत्र स्थित नाइट क्लब में एक अज्ञात बंदूकधारी द्वारा की गई अंधाधुंध गोलीबारी में 39 की मौत हो गई। गोलीबारी की घटना के दौरान वहां लगभग पांच सौ से छह सौ लोग मौजूद थे।

यह नाइट क्लब एक नदी के किनारे स्थित है। यह भी खबरें सामने आ रही हैं कि गोलीबारी की घटना के बाद कई लोग अपनी जान बचाने के लिए नदी में कूद गए। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई है। घायलों को निकालने और अस्पताल तक पहुंचाने के लिए मेडिकल स्टाफ और के साथ ही 50 एंबुलेंस भी मौजूद हैं। 

प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि ये आतंकवादी अरबी भाषा  में कुछ कह रहा था। सनद रहे कि तुर्की में ही पिछले दिनों रूस के राजदूत की खुलेआम हत्या कर दी गई थी। तुर्की सीरिया से सटा हुआ है। जब से तुर्की ने खूंखार आंतकी संगठन आईएसआईएस के खिलाफ अमेरिकी हमलों में साथ देना शुरु किया है, उसके बाद आतंकी बौखला गए हैं। इस हमले को भी इसी से जोड़कर देखा जा रहा है। वैसे ठोस रूप से हमलावर के बारे में अभी पता नहीं चल सका है कि वह किस गुट का था  क्योंकि अभी तक इस हमले की किसी भी आतंकी संगठन ने जिम्मेदारी नहीं ली है।

इस्तांबुल ने 2016 में अपने सीने पर कई हमले झेले हैं। इनमें दिसंबर में यहां के एक स्टेडियम में हुए 2  बम धमाकों में 38 लोगों की मौत हुई थी जबकि 155 घायल हो गए थे। जून में हुए आतंकी हमला में 45 लोग मारे गए थे और जिसे आईएस के तीन संदिग्ध आतंकियों ने इसके मुख्य अतातुर्क हवाईअड्डे पर अंजाम दिया था।         
 (वेबदुनिया/वार्ता)