ऑर्लेन्डो, फ्लोरिडा। अमेरिका के फ्लोरिडा में आज तड़के 29 साल के एक हमलावर ने समलैंगिकों के एक नाइट क्लब 'पल्स' में मौजूद लोगों पर अंधाधुंध गोलियां चलाईं। गोलीबारी की इस घटना में 50 लोगों के मारे जाने और 53 अन्य के घायल होने की पुष्टि की गई है। पुलिस ने बाद में हमलावर को भी मार गिराया।
अमेरिकी प्रशासन ने फ्लोरिडा के ऑर्लेन्डो में हुई इस घटना को आतंकवादी हमला करार दिया है। हमलावर की पहचान ऑर्लेन्डो के सेंट लूसी में रहने वाले उमर एस मतीन के रूप में की गई है। उसकी तीन साल का एक बेटा भी है।
खुफिया एजेंसी एफबीआई के मुताबिक हमलावर के इराक और सीरिया में सक्रिय कुख्यात आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट से प्रभावित होने का पता चला है लेकिन अभी इस तथ्य की जांच होनी बाकी है। मीडिया में आई खबरों के अनुसार हमलावर ने विस्फोटक से लैस जैकेट पहना हुआ था जिसे देखकर यह अनुमान लगाया जा रहा है कि वह आत्मघाती हमलावर था। पुलिस के अनुसार मतीन के माता-पिता अफगानिस्तान से अमेरिका बसे हैं।
हैंडगन ,ए आर -15 राइफल और संभवत बम जैसे हथियारों से लैस मतीन ने तड़के दो बजे नाइटक्लब में घुसकर लोगों पर गोलियां चलानी शुरू की दी थीं। हमलावर एक सिक्योरिटी एजेंसी के लिए काम करता था इस वजह से उसके पास हथियार का लाइसेंस था।
इसके बाद उसने लोगों को बंधक बनाना शुरू कर दिया। क्लब में मौजूद लोगों के अनुसार जब गोलियां चलीं तो उन्हें लगा कि यह म्यूजिक बैंड की आवाज है लेकिन तुरंत की क्लब ने फेसबुक पर चेतावनी पोस्ट की कि 'पल्स' से दूर रहें और भागें।
इसी बीच नाइटक्लब के अंदर सुरक्षागार्ड के रूप में तैनात एक पुलिस अधिकारी ने सबसे पहले हमलावर को जवाब दिया। इसके तीन घंटे बाद सुबह पांच बजे कई पुलिसकर्मी मौके पर आ गए और उन्होंने हमलावर को मार गिराया लेकिन तब तक हमलावर वहां काफी तबाही मचा चुका था।
ऑर्लेंडो के पुलिस प्रमुख जॉन मिना ने कहा, 'बंधक बनाए जाने जैसी स्थिति बन गई थी। सुबह करीब पांच बजे अंदर मौजूद बंधकों को छुड़ाने का फैसला किया गया। यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि सभी लोग हमलावर की गोली से मारे गए या पुलिस की कार्रवाई के दौरान मारे गए।'
ऑर्लेन्डो के मेयर बडी डायर ने एक संवाददाता सम्मेलन में हताहतों की संख्या की पुष्टि करते हुए कहा कि आज हमारा सामना ऐसी परिस्थिति से हो रहा है, हमने जिसकी कल्पना भी नहीं की थी। यहां चारों तरफ खून ही खून फैला हुआ है।' मेयर ने बताया कि शहर में आपातकाल लागू कर दिया गया है और उन्होंने फ्लोरिडा के गवर्नर से बात की है कि वे पूरे प्रांत में आपातकाल लागू करें।
फ्लोरिडा के गर्वनर रिक स्कॉट ने संवाददाताओं से कहा कि यह आतंकवादी हमला है। यह जघन्य है और इस हमले से हर अमेरिकी नागरिक का खून खौलना चाहिए।
इसी बीच आईएस के टि्वटर अकांउट पर एक व्यक्ति की तस्वीर पोस्ट करते हुए लिखा है, 'यह मतीन है।' हालांकि अब तक आईएस ने कोई भी आधिकारिक बयान जारी करके हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है।
मतीन के पिता मीर सिद्दकी ने एक अमेरिकी न्यूज चैनल को बताया इस घटना का इस्लाम से कोई वास्ता नहीं है। उनके अनुसार समलैंगिकों के प्रति गुस्से के कारण उसने ऐसा किया होगा। उन्होंने बताया कि परिवार के साथ मियामी में घूमते समय मतीन ने दो पुरूषों को 'किस' करते देखा। यह घटना मतीन की पत्नी और बेटी के सामने हुई थी और वह बहुत नाराज हुआ था।
उन्होंने कहा कि वे दोनों लोग एक दूसरे को सबके सामने प्यार कर रहे थे। छू रहे थे। यह देखकर मतीन ने मुझे गुस्से में कहा, 'मेरे बेटे के सामने ये लोग ऐसा कर रहे हैं।' इसके बाद जब हम बाथरूम गए, तो वहां भी लोग एक दूसरे को किस रहे थे। वह तब बिल्कुल बिफर गया।
उन्होंने कहा कि हम पूरी घटना के लिए माफी मांगते हैं। हमें बिल्कुल पता नहीं था कि वह ऐसा करने वाला है। हम पूरे अमेरिका की तरह की सन्नाटे की हालत में हैं। मतीन ने इंडियन स्टेट कॉलेज से पढ़ाई की थी और उसने क्रिमनल जस्टिस से एसोसिएट डिग्री हासिल की थी।
राष्ट्रपति बराक ओबामा ने घटना पर गहरा शोक जताया है। व्हाइट हाऊस से जारी विज्ञप्ति में कहा गया है, 'घटना में हताहत हुए लोगों और उनके परिजनों के प्रति हमारी संवदेनाएं हैं।' अमेरिका के इतिहास में यह सबसे घातक गोलीबारी मानी जा रही है। इससे पहले 2007 में वर्जीनिया टेक यूनिवर्सिटी में हुई गोलीबारी की घटना में 32 लोग मारे गए थे।
फ्लोरिडा गोलीकांड में नया खुलासा : अमेरिका के फ्लोरिडा में हुए गोलीकांड को राष्ट्रपति बराक ओबामा ने आतंकी हमला करार दिया है। उन्होंने कहा कि यह अमेरिका पर हमला है। देर रात यह भी बताया गया है कि अंधाधुंध गोली चलाने वाले ने खुद को आतंकी संगठन आईएस का वफादार बताया।
आतंकी ने किया था हमले से पहले फोन : उमर एस मतीन ने न सिर्फ हमले से पहले पुलिस को फोन किया था, बल्कि कुख्यात आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट के प्रति अपनी प्रतिबद्धता भी जताई थी। एनबीसी न्यूज ने ट्वीट करके रविवार को यह जानकारी दी है कि मतीन ने हमले से पहले 911 पर कॉल करके आईएस के सरगना अबू बकर अल बगदादी के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जताई थी।
एफबीआई की थी पहले से थी मतीन पर नजर : मौत का तांडव करने वाले हमलावर उमर एस मतीन पर खुफिया एजेंसी एफबीआई पहले से नजर रखी हुई थी बावजूद इसके मतीन के खूनी खेल को नहीं रोका जा सका। फॉक्स चैनल के हवाले से मिली खबर के अनुसार उसे अज्ञात सूत्रों से यह जानकारी मिली है कि एफबीआई ने 2013 में ही मतीन के नाम की फाइल बनाई थी और वह उस पर नजर रख रखी थी।
ट्रंप ने कहा, साबित हुआ कि इस्लामी आतंकवाद पर मेरा नजरिया सही : अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि फ्लोरिडा में हुई इस घटना से साबित कर दिया कि कट्टरपंथी इस्लामी आतंकवाद को लेकर उनका नजरिया बिल्कुल सही है।
नाइट क्लब में खूनी तांडव के शिकार हुए 50 लोगों और 53 घायलों के बारे में ट्रंप ने कोई टिप्पणी नहीं की लेकिन घटना के चंद घंटे बाद ही उन्होंने ट्वीट किया, 'कट्टरपंथी इस्लामी आतंकवाद पर अपने सही नजरिए की तारीफ का शुक्रगुजार हूं। मुझे लेकिन तारीफ नहीं चाहिए। मुझे चाहिए दृढ़ता और सतर्कता। हमें स्मार्ट होना होगा।' (वार्ता/ वेबदुनिया)