अधिकारों का सर्वाधिक दुरुपयोग करने वाला देश है चीन : डोनाल्ड ट्रंप
वॉशिंगटन। अमेरिका में रिपब्लिकन पार्टी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ने चीन को अधिकारों का सबसे अधिक दुरुपयोग करने वाला और मुद्रा विनिमय दर के साथ तिकड़बाजी करने वाला देश बताया है।
उन्होंने कहा है कि यदि उन्हें राष्ट्रपति चुन लिया जाता है तो वे उन सभी देशों की पहचान कर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे, जो व्यापार समझौतों का उल्लंघन करते हैं।
जमीन-जायदाद के कारोबारी से राजनीतिज्ञ बने 70 वर्षीय ट्रंप ने कहा कि राष्ट्रपति बनने पर वे अपने व्यापार प्रतिनिधियों से कहेंगे कि वे चीन के खिलाफ व्यापारिक मामले उनके सामने लाएं। चीन इन दिनों रणनीतिक तौर पर महत्वपूर्ण दक्षिण चीन सागर क्षेत्र में अपनी सैनिक किलेबंदी मजबूत करने में लगा है।
ट्रंप ने कहा वे वाणिज्य मंत्री से कहेंगे कि वे हर उस देश के साथ व्यापार समझौतों के उल्लंघन का पता लगाएं, जो अमेरिकी कामगारों को नुकसान पहुंचाने का काम कर रहे हैं।
ट्रंप ने कहा कि चीन इस मामले में नियमों का सबसे ज्यादा दुरुपयोग कर रहा। चीन के बारे में ट्रंप ने कहा कि वह हमारे देश का सम्मान नहीं करता, हमारे नेतृत्व के लिए भी उसके मन में कोई सम्मान नहीं है। हम उसे इसका दोष नहीं देते। लेकिन हम जल्द ही अपने को ऐसी स्थिति में रखेंगे, जहां आप देखना कि वह हमें उससे अच्छा चाहने लगेगा जितना वे अब चाहते हैं।
फ्लोरिडा, तांपा में चुनाव रैली को संबोधित करते हुए ट्रंप ने कहा कि वे वह सब कुछ कर रहे हैं, जो नहीं करना चाहिए और वे आर्थिक रूप से हमें नुकसान पहुंचा रहे हैं। हमारे पास चीन से ज्यादा शक्ति है, जबरदस्त आर्थिक शक्ति है लेकिन हम कुछ नहीं कर रहे हैं। वे जमावड़े पर जमावड़ा किए जा रहे हैं। उन्होंने समुद्र को तहस-नहस करने का फैसला कर लिया है और उन्हें पर्यावरण पर प्रभाव की चिंता नहीं है। (भाषा)