शनिवार, 21 दिसंबर 2024
  • Webdunia Deals
  1. समाचार
  2. मुख्य ख़बरें
  3. अंतरराष्ट्रीय
  4. Biden says, now US will not make army base in any other country
Written By
Last Modified: बुधवार, 1 सितम्बर 2021 (10:41 IST)

बाइडन का बड़ा बयान, आतंकवाद के खिलाफ लड़ेगा अमेरिका, अब दूसरे देश में नहीं बनाएंगे आर्मी बेस

बाइडन का बड़ा बयान, आतंकवाद के खिलाफ लड़ेगा अमेरिका, अब दूसरे देश में नहीं बनाएंगे आर्मी बेस - Biden says, now US will not make army base in any other country
वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि 20 साल से चल रहे युद्ध को खत्म करने के लिए अफगानिस्तान से सेना वापस बुलाना अमेरिका के लिए सबसे अच्छा और सही फैसला है। उन्होंने कहा कि अब अमेरिका आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई तो लड़ेगा पर किसी भी अन्य देश में आर्मी बेस नहीं बनाएगा।
 
बाइडन ने देशवासियों को संबोधित करते हुए कहा कि ऐसा युद्ध लड़ने की कोई वजह नहीं है जो अमेरिकी लोगों के अहम राष्ट्रीय हितों में न हो। उन्होंने कहा कि मैं आपको वचन देता हूं कि पूरे दिल से मैं यह मानता हूं कि यह अमेरिका के लिए सही, विवेकपूर्ण और सबसे अच्छा फैसला है।
 
उन्होंने कहा कि हम एक राष्ट्र के तौर पर युद्ध में बहुत लंबे वक्त तक रहे। अगर आप आज 20 वर्ष के हैं तो आप कभी नहीं जानते कि अमेरिका एक शांति प्रिय देश है। इसलिए जब मैंने सुना कि हमें अफगानिस्तान में अपने कर्मियों को जोखिम में डालते हुए अपने कमतर प्रयासों को जारी रखना चाहिए, तो मुझे नहीं लगता कि ज्यादातर लोग यह समझेंगे कि हमने इस देश के वर्दी पहनने वाले एक प्रतिशत लोगों से कितना कुछ मांगा जो हमारे देश की रक्षा करते हुए अपनी जान की बाजी लगाने के लिए तैयार हैं।
 
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि अगर आप एक लाख करोड़ डॉलर की संख्या लेते हैं जैसा कि कई लोग कह रहे हैं तो इसका मतलब है कि अमेरिका ने दो दशकों तक एक दिन में 15 करोड़ डॉलर खर्च किए। मैंने ऐसा युद्ध जारी रखने से इनकार कर दिया जो हमारे लोगों के अहम राष्ट्रीय हितों में नहीं रहा।
 
अफगानिस्तान से पूरी तरह निकलने के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भले ही कहा हो कि अफगानिस्तान में उनका मिशन सफल रहा, मगर देश को संबोधित करते वक्त उनकी बातों से ऐसा भी लगा जैसे अमेरिका को पछतावा भी है।
 
उल्लेखनीय है कि अमेरिका ने 9/11 हमले के बाद करीब 7 अक्टूबर, 2001 से अफगानिस्तान में तालिबान के खिलाफ अपना अभियान शुरू कर दिया था। जब अमेरिका ने अफगानिस्तान पर हमला किया उस वक्त वहां पर तालिबान का ही शासन था।
 
ये भी पढ़ें
पानी पूरी पर बवाल, पति से झगड़े के बाद महिला ने दी जान