एचएसबीसी बैंक शक के दायरे में
कुछ वैश्विक बैंकों द्वारा दुनियाभर में किए जाने वाले लेनदेन की जांच में जुटे अमेरिकी अभियोजन पक्ष का मानना है, हो सकता है कि एचएसबीसी बैंक ने मैक्सिकन ड्रग कार्टेल को धन का हस्तांतरण किया हो, जिसने राशि आतंकवादी संगठनों के साथ साठगांठ रखने वाले सउदी अरब बैंकों को पहुंचा दी हो।न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार जांच की जानकारी रखने वाले संघीय अधिकारियों ने बताया कि संघीय और राज्य स्तरीय अभियोजक इस बात की भी जांच कर रहे हैं कि क्या एचएसबीसी ने अपनी अमेरिकी इकाइयों के जरिए प्रतिबंधित देशों को धन हस्तांतरण में कानून का उल्लंघन किया है। जांच में ईरान, सूडान और उत्तरी कोरिया को भेजे गए धन पर नजर रखी जा रहीहै। सरकारी अधिकारियों के अनुसार एचएसबीसी इस जांच से बचने के लिए एक अरब डॉलर चुकाकर मामले को रफादफा कर सकता है। यदि ऐसा होता है तो यह इतिहास का सबसे बड़ा निपटान समझौता होगा।एचएसबीसी अमेरिकी एजेंसियों की जांच के दायरे में जुलाई में तब आया, जब अमेरिकी सीनेट की जांच पर गठित स्थाई उप समिति ने बैंक पर वर्ष 2001 से 2010 के दौरान अमेरिकी वित्तीय तंत्र का इस्तेमाल कालेधन का हस्तांतरण और आतंकवादियों को धन पहुंचाने में करने का आरोप लगाया।एचएसबीसी बैंक के अधिकारियों से इसकी पूछताछ की गई और उन्होंने सुनवाई के दौरान बैंक की पिछली कारगुजारियों के लिए माफी मांगी और इसमें सुधार लाने का वादा किया।एचएसबीसी के प्रवक्ता ने एक वक्तव्य में कहा कि मामला एचएसबीसी के मनी लांड्रिग में संलिप्त होने के बारे में नहीं है, बल्कि यह मामला अनुपालन में खामियों से जुड़ा है जो कि नियामक और हमारी उम्मीदों पर खरा नहीं उतरता। हम इसमें सुधार लाने और कहां गलती हुई, उससे सीखने के लिए प्रतिबद्ध हैं। एचएसबीसी ने संघीय अभियोजन पक्ष से जुलाई में संपर्क साधा और उम्मीद की जा रही है कि मामला सितंबर तक सुलझ जाएगा। (भाषा)