इंदौर में मात्र 150 रुपए में बना रहे थे फर्जी दस्तावेज, बंगाल के गिरोह से जुड़े तार
इंदौर। इंदौर पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। बाणगंगा थाना पुलिस ने भारत निर्वाचन आयोग, कलेक्टर कार्यालय, नगर निगम के फर्जी दस्तावेज बनाने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। गिरोह के लोग ऑन लाइन की आड़ में मात्र 150 रुपए में फर्जी दस्तावेज बना रहे थे।
पुलिस ने गिरोह के पास से भारी मात्रा में वोटर आइडी, आधार कार्ड, मार्क शीट और आयुष्मान योजना के दस्तावेज बरामद किए हैं। इस मामले में पुलिस ने अजय हीरे और प्रदीप को गिरफ्तार कर लिया है। इन दोनों के तार पश्चिम बंगाल के गिरोह से जुड़े हुए है।
एएसपी (पूर्वी) शशिकांत कनकने से मिली जानकारी के अनुसार मनियाखेड़ी, टिमरनी जिला हरदा निवासी राम पुत्र नन्नोलाल सांखला की शिकायत पर धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज कर लिया गया है। उनके अनुसार खबर मिली थी कि शांतिनगर स्थित प्रियांसी ऑनलाइन का संचालक प्रदीप सौ-डेढ़ सौ रुपए लेकर फर्जी दस्तावेज तैयार कर देता है।
गुरुवार शाम राम ने स्टिंग ऑपरेशन किया और पायल पति सुनील सिसोदिया का मतदाता पत्र दिया और कहा कि इस पर दूसरी महिला का फोटो प्रिंट करना है। आरोपित ने डेढ़ सौ रुपए लेकर पायल के स्थान पर दूसरी महिला का फोटो लगा मतदाता पत्र बना दिया। राम थाने पहुंचा और फर्जीवाड़ा की पोल खोल दी।