- लाइफ स्टाइल
» - वेबदुनिया विशेष 07
» - स्वतंत्रता दिवस
कलम आज उनकी जय बोल
-
रामधारी सिंह दिनकर कलम आज उनकी जय बोल जला अस्थियाँ बारी-बारी,छिटकाई जिनने चिनगारीजो चढ़ गए पुण्य वेदी पर लिए बिना गरदन का मोलकलम, आज उनकी जय बोल।जो अगणित लघु दीप हमारे,तूफानों में एक किनारे,जल-जलेर बुझ गए किसी दिन माँगा नहीं स्नेह मुँह खोलकलम, आज उनकी जय बोल।पीकर जिनकी लाल शिखाएँ,उगल रही लू-लपट दिशाएँजिनके सिंहनाद से सहमी धरती रही अभी तक डोल,कलम, आज उनकी जय बोल।अंधा चकाचौंध का मारा,क्या जाने इतिहास बेचारा,साखी हैं उनकी महिमा के सूर्य, चँद्र, भूगोल, खगोल,कलम, आज उनकी जय बोल।