Prevention Tips for Heat Stroke in Hindi: गर्मियों के मौसम में तेज धूप और बढ़ते तापमान के कारण लू लगना (Heat Stroke) एक आम लेकिन गंभीर समस्या बन जाती है। खासकर भारत जैसे देशों में जहां तापमान 45 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है, वहां यह समस्या और भी ज्यादा खतरनाक हो सकती है। लू लगना केवल सिरदर्द या थकान तक सीमित नहीं रहता, अगर समय रहते सही इलाज और सावधानी न बरती जाए तो यह जानलेवा भी साबित हो सकता है।
लू तब लगती है जब बॉडी का तापमान कंट्रोल सिस्टम (body temperature control system) विफल हो जाता है और शरीर की अंदरूनी गर्मी बाहर नहीं निकल पाती। इसके कारण शरीर का तापमान 104°F (40°C) या उससे ज्यादा हो सकता है, जिससे ब्रेन, हार्ट और किडनी जैसे अंगों को नुकसान हो सकता है। इस स्थिति को हल्के में लेना खतरनाक हो सकता है, इसलिए जरूरी है कि इसके लक्षणों को समय रहते पहचाना जाए और तुरंत घरेलू इलाज अपनाया जाए।
लू से बचने के उपाय (Prevention Tips for Heat Stroke in Hindi)
गर्मियों में लू से बचाव ही सबसे बेहतर उपाय है। यहां कुछ आसान टिप्स दिए गए हैं:
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हाइड्रेटेड रहें: खूब पानी पिएं। नींबू पानी, नारियल पानी, बेल का शरबत, आम पन्ना और छाछ जैसे तरल पदार्थों का सेवन करें।
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तेज धूप से बचें: दोपहर 12 बजे से 4 बजे तक धूप में निकलने से बचें।
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हवादार और ढीले कपड़े पहनें: सूती कपड़े पहनें जो शरीर को ठंडक दें।
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सिर और आंखों की सुरक्षा: बाहर निकलते समय टोपी, स्कार्फ या छाता और सनग्लासेज जरूर इस्तेमाल करें।
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भारी भोजन से परहेज करें: हल्का और सुपाच्य भोजन करें।
लू लगने पर क्या करें? (Home Remedies for Heat Stroke in Hindi)
अगर किसी को लू लग जाए, तो इन घरेलू उपायों से तुरंत राहत दिलाई जा सकती है:
1. ठंडी छाया या कूल जगह पर जाएं: सबसे पहले धूप से हटकर ठंडी और खुली हवा वाली जगह पर लाएं। शरीर से कपड़े तुरंत ढीले करें ताकि हवा लगे और सारा पसीना निकल सके।
2. बर्फ या ठंडी पट्टियों का प्रयोग करें: बर्फ की पट्टियों को गर्दन, अंडरआर्म्स, हाथ और पैरों पर लगाएं। इससे शरीर का टेम्परेचर जल्दी कम होता है।
3. नींबू पानी और ORS लें: नींबू पानी, ORS या ग्लूकोज वाला पानी पिलाएं। इससे शरीर के इलेक्ट्रोलाइट्स संतुलित होते हैं और डिहाइड्रेशन नहीं होता।
4. प्याज का प्रयोग करें: प्याज लू से बचाव में बहुत असरदार होता है। एक प्याज को काटकर उसके रस को पैरों के तलवों पर या कान के पीछे रगड़ें। कच्चा प्याज भी खाने में शामिल करें।
5. आम पन्ना (Raw Mango Drink): कच्चे आम को उबालकर उसका रस निकालें। इसमें काला नमक, भुना जीरा और चीनी मिलाकर ठंडा करके पिलाएं। यह लू में बेहद लाभदायक और शरीर को ठंडक देने वाला पेय है।
6. बेल शरबत या छाछ पिलाएं: बेल का शरबत और ठंडी छाछ भी शरीर को अंदर से ठंडक देते हैं। ये पेट को भी ठंडा रखते हैं और डिहाइड्रेशन से बचाते हैं।
7. आंवला और तुलसी का रस: आंवला विटामिन C का अच्छा स्रोत है जो इम्यूनिटी को भी बढ़ाता है। तुलसी के रस के साथ मिलाकर इसका सेवन करने से शरीर जल्दी रिकवर होता है।
लू लगने के प्रमुख लक्षण (Symptoms of Heat Stroke in Hindi)
लू लगने पर शरीर कई तरह के संकेत देता है, जिन पर तुरंत ध्यान देना चाहिए, जैसे -
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तेज सिरदर्द या चक्कर आना
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त्वचा का लाल या सूखा होना
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बहुत तेज बुखार (104°F या उससे अधिक)
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जी मिचलाना या उल्टी होना
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सांस लेने में तकलीफ
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भ्रम या बेहोशी
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शरीर का अत्यधिक पसीना छोड़ना या बिल्कुल न पसीना आना
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थकान, कमजोरी या मांसपेशियों में ऐंठन
अगर आपको या किसी को ये लक्षण दिखाई दें, तो तुरंत छाया या ठंडी जगह पर ले जाएं और प्राथमिक इलाज शुरू करें।
कब डॉक्टर के पास जाएं? (When to See a Doctor for Heat Stroke): अगर घरेलू उपचार के बाद भी लक्षण बने रहें या स्थिति बिगड़ती जाए (जैसे बेहोशी, सांस लेने में दिक्कत, बहुत तेज बुखार), तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। हीट स्ट्रोक एक मेडिकल इमरजेंसी भी हो सकती है।
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