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Written By WD Feature Desk

डेंगू का रामबाण इलाज चाहते हैं तो घर पर बनाएं ये असरदार आयुर्वेदिक काढ़ा

डेंगू में प्लेटलेट्स बढ़ाने के लिए पिएं ये घरेलू काढ़ा, जानें इसे बनाने का तरीका

Kadha for Dengue Patients
Kadha for Dengue Patients : डेंगू एक गंभीर वायरल संक्रमण है जो मच्छर के काटने से फैलता है और इससे बुखार, कमजोरी, सिरदर्द और प्लेटलेट्स में कमी जैसी समस्याएं होती हैं। इसमें रोगी की इम्यूनिटी कमजोर हो जाती है और शरीर में प्लेटलेट्स की संख्या तेजी से गिरने लगती है। डेंगू के इलाज के साथ-साथ इम्यूनिटी को बढ़ाने और शरीर को प्राकृतिक तरीके से मजबूत बनाने के लिए घरेलू काढ़े का सेवन फायदेमंद होता है। काढ़ा बनाने में उपयोगी जड़ी-बूटियां और मसाले हमारे शरीर को अंदर से ताकतवर बनाते हैं। आइए जानें डेंगू के लिए एक असरदार घरेलू काढ़ा कैसे बनाया जाए और इसके फायदे क्या हैं।
 
घरेलू काढ़ा बनाने के लिए सामग्री
तुलसी की पत्तियां (10-12)
तुलसी में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-वायरल गुण होते हैं जो शरीर को इन्फेक्शन से लड़ने में मदद करते हैं।
 
गिलोय का टुकड़ा (1-2 इंच)
गिलोय इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है और प्लेटलेट्स बढ़ाने में सहायक है। यह डेंगू के लक्षणों को कम करने में भी मदद करता है।
 
अदरक (1 इंच का टुकड़ा)
अदरक में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं, जो बुखार और शरीर में सूजन को कम करने में सहायक होते हैं।
 
काली मिर्च (4-5 दाने)
काली मिर्च शरीर की इम्यूनिटी बढ़ाने में सहायक है और खांसी, सर्दी जैसी समस्याओं को दूर करती है।
 
हल्दी (1/2 चम्मच)
हल्दी में करक्यूमिन नामक तत्व होता है, जो एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होता है। यह शरीर की संक्रमण से लड़ने की क्षमता को बढ़ाता है।
 
दालचीनी (1 इंच का टुकड़ा)
दालचीनी का सेवन शरीर की इम्यूनिटी को बढ़ाता है और बुखार को कम करने में भी सहायक होता है।
 
गुड़ या शहद (स्वादानुसार)
गुड़ या शहद शरीर को ऊर्जा देता है और काढ़े के कड़वेपन को कम करने के लिए भी उपयोगी होता है।
 
काढ़ा बनाने का तरीका 
  • सबसे पहले, एक पैन में 2-3 गिलास पानी लें और उसे उबालें।
  • इसमें तुलसी की पत्तियां, गिलोय का टुकड़ा, अदरक का टुकड़ा, और दालचीनी डालें।
  • इसके बाद काली मिर्च और हल्दी डालें और पानी को धीमी आंच पर लगभग 15-20 मिनट तक उबलने दें, जब तक कि पानी आधा न रह जाए।
  • काढ़ा अच्छी तरह पक जाने पर इसे छान लें और गुनगुना होने पर स्वादानुसार गुड़ या शहद मिलाएं।
 
काढ़े का सेवन कैसे करें?
इस काढ़े का सेवन दिन में 1-2 बार करें, खासकर सुबह और शाम। डेंगू के मरीजों को इसे गर्म ही पीना चाहिए, ताकि इसके पोषक तत्व शरीर में अच्छे से अवशोषित हो सकें। यदि किसी को किसी भी चीज से एलर्जी है, तो इसका उपयोग न करें। इस काढ़े का अधिक सेवन न करें, यह हानिकारक हो सकता है।
 
इस काढ़े के फायदे
1. प्लेटलेट्स बढ़ाने में सहायक
गिलोय और तुलसी प्लेटलेट्स की संख्या को बढ़ाने में सहायक होते हैं। इनका नियमित सेवन डेंगू के दौरान प्लेटलेट्स में सुधार लाने में मदद कर सकता है।
 
2. इम्यूनिटी को मजबूत बनाता है
इस काढ़े में मौजूद हल्दी, अदरक, और काली मिर्च जैसे मसाले इम्यूनिटी को बढ़ाते हैं। ये शरीर को संक्रमण से लड़ने की ताकत देते हैं और डेंगू जैसे वायरल बुखार से बचाते हैं।
 
3. बुखार और सूजन को कम करता है
काढ़े में मौजूद अदरक और काली मिर्च बुखार को कम करने और सूजन को नियंत्रित करने में सहायक होते हैं। यह शरीर को ठंडक प्रदान करता है और दर्द व जलन से राहत दिलाता है। 


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