रोहित श्रीवास्तव
अगर आप किताब पढ़ने के शौकीन हैं और रहस्यों व अनुमानों के समुंदर में गोते लगाना पसंद करते हैं तो यह किताब आपके लिए है।
‘हड़प्पा’ एक गहन ऐतिहासिक-थ्रिलर है, जो सिंधु घाटी सभ्यता की गहरी और रहस्यमय पृष्ठभूमि के साथ एक रीढ़-द्रुतशीतन, समकालीन और जुनूनी कहानी को जोड़ती है। हड़प्पा आपको 3,700 वर्ष की यात्रा पर ले जाती है, ठीक 1700 ईसा पूर्व से सिंधु घाटी से आधुनिक दिल्ली और पेरिस की ओर।
एक ऐसी रोमांचकारी कहानी, जो सिंधु घाटी सभ्यता के कुछ अनुत्तरित और भूतिया सवालों के आसपास घूमती है। क्या खैबर के माध्यम से सफेद चमड़ी सेनानियों के रूप में भारत में आर्यन हमला हुआ था? क्या सरस्वती नदी वास्तव में अस्तित्व में थी? आज तक हड़प्पा स्क्रिप्ट अपठित क्यों रही? आखिर इस शक्तिशाली सभ्यता के पतन के पीछे क्या सच्चाई थी? लेकिन इससे ज्यादा दिलचस्प यह है कि, कहानी हड़प्पा के महानतम व्यक्ति के खूनी संबंध का पता लगाती है। इस सभ्यता के पतन के आसपास एक गहरी, अंधकारमय साजिश है जो हड़प्पा से काशी, 5 वीं शताब्दी के कांस्टेंटिनोपल को 16 वीं शताब्दी के गोवा और वेटिकन के बीच के कई बिंदुओं को जोड़ती है।
कहानी के पात्र बेहद ही अद्भुत और बहुत शक्तिशाली हैं। विद्युत् से परिचित हो जाइए - कहानी का प्रमुख नायक, गुड़गांव में रहने वाला एक आधुनिक उद्यमी, लेकिन अपने जीवन और उसकी रक्त रेखा के एक छिपे हुए पहलु के साथ। मिलिए विवस्वान पुजारी से, एक उपदेवता जिन्हें 1700 ईसा पूर्व में एक देवता के रूप में पूजा जाता था। जाने कि क्यों बनारस में एक रहस्यमय मठ देव-राक्षस मठ कहलाता है।
इस मनोरंजक उपन्यास के बारे में सबसे रोमांचक बात यह है कि इसके महिला पात्र बहुत मजबूत हैं और कहानी में उनकी एक निश्चित भूमिका है। सुंदर और सक्षम दामिनी, नैना, रिया, संजना, नयनतारा नामक महिलाएं हैं ... वे इस कहानी के अभूतपूर्व पात्र हैं। पेरिस में यह रहस्यमय आदमी कौन है, जो कि अपने नाम से नहीं बल्कि उपाधि नाम 'मास्करा बिआंका' से जाना जाता है। पागल तांत्रिक और मृतक-पूजक कौन हैं?
यह कहानी सांस थामने वाली हिंसा और धोखे, देवताओं और राक्षसों, प्रेम और महत्वाकांक्षा के मकड़जाल की है। यह कहानी इतिहास से पौराणिक कथाओं, मनोगत से धर्म, तंत्र-मंत्र से गोलीबारी, तांत्रिकों से योद्धाओं, प्रेम से महत्वाकांक्षा के बीच घूमती है। यह 3,700 साल पुराना, प्राचीन और आधुनिक-युग के शक्तिशाली पात्रों और नाखून चबाने वाली साजिश का महज एक टुकड़ा है - वो भी सभी एक साहित्यिक थ्रिलर में। हड़प्पा चार पुस्तकों की श्रृंखला की पहली किताब है।
किताब के लेखक विनीत वाजपेयी पहली पीढ़ी के युवा उद्यमी है। वह इस समय मेगनोन ग्रुप के ग्रुप चेयरमैन और संस्थापक हैं। हाल में ही उन्होंने हुनरबाजों को मंच देते हुए टैलेंटट्रैक नामक कंपनी को भी मैदान में उतारा है। इससे पहले विनीत ने तीन बिजनेस किताबों 'बिल्ड फ्रॉम स्क्रैच', 'द स्ट्रीट टू द हाईवे', द 30 समथिंग सीईओ को लिखा है।
किताब: हड़प्पा: कर्स ऑफ द ब्लड रिवर
लेखक: विनीत वाजपेयी
प्रकाशक: वीबी परफॉर्मेंस एलएलपी
कीमत: 200 रुपए