अच्छी नींद के प्रति लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से ही वर्ल्ड स्लीप सोसाइटी की ओर से हर साल 13 मार्च को वर्ल्ड स्लीप डे मनाया जाता है। आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में कई तरह की चिंताएं चलती रहती हैं। यदि आप पूरी नींद नहीं लेंगे तो आपको कई तरह की समस्याएं होंगी।
आपको तनाव, गैस और अपच जैसी पेट की समस्याओं तथा सिर दर्द, बदन दर्द का सामना भी करना पड़ता है। नींद नहीं आने की इस समस्या को इन्सोमनिया कहा जाता है। अत: वर्ल्ड स्लीप डे मनाने का उद्देश्य लोगों को नींद की समस्याओं के प्रति जागरूक करना और नींद के कारण होने वाली समस्याओं को दूर करना होता है। वर्ल्ड स्लीप सोसाइटी की ओर से हर साल एक विषय तय कर उसके प्रति लोगों को जागरूक किया जाता है।
आपको तनाव, गैस और अपच जैसी पेट की समस्याओं तथा सिर दर्द, बदन दर्द का सामना भी करना पड़ता है। नींद नहीं आने की इस समस्या को इन्सोमनिया कहा जाता है। अत: वर्ल्ड स्लीप डे मनाने का उद्देश्य लोगों को नींद की समस्याओं के प्रति जागरूक करना और नींद के कारण होने वाली समस्याओं को दूर करना होता है। वर्ल्ड स्लीप सोसाइटी की ओर से हर साल एक विषय तय कर उसके प्रति लोगों को जागरूक किया जाता है।
1. नियमित व्यायाम की आदत डालें, इससे नींद अच्छी आती है, पर सोने से पहले व्यायाम नहीं करना चाहिए।
2 . सोने के कमरे को शांत व अंधकारमय रखिए। सोने व उठने की नियमित दिनचर्या बनाएं। निद्रा में तीव्र मांसपेशीय शीथली-करण उपचार (शवासन) लाभदायक है।
3. सोते समय सकारात्मक विचार मस्तिष्क को शांति देते हैं।
4. व्यावहारिक उपचार- कुछ खास व्यावहारिक उपायों से भी अनिद्रा की समस्या का उपचार हो सकता है जैसे- अगर नींद न आ रही हो तो बिस्तर पर न जाएं। सोने के कमरे का प्रयोग सिर्फ निद्रा के लिए करें। बिस्तर पर पड़े-पड़े नींद का इंतजार न करें। उठ जाएं व तभी लेटें, जब नींद आ रही हो।
5. हर सुबह एक निश्चित समय पर उठें। रात को निश्चित समय पर सोएं। लेट नाइट पार्टियों व टीवी का लोभ छोड़ें। दिन में सोने से बचें, ताकि रात में नींद की निरंतरता बनी रहे।