World Heart Day: कैसे पहचानें कि आपका हार्ट हेल्दी है?
आज के समय में दिल की समस्याएं एवं बिमारियों का खतरा तेजी से बढ़ रहा है। इस बिजी लाइफस्टाइल में अपने शरीर का ध्यान रखना बहुत ज़रूरी है। आपके शरीर के ऑर्गन में दिल सबसे ज़रूरी होता है जिसका आपको खास ध्यान रखना चाहिए। हाई ब्लड प्रेशर, हाई कोलेस्ट्रॉल और डायबिटीज जैसी बिमारियों के कारण भी आपके दिल पर प्रभाव पड़ता है।
अपने हार्ट को हेल्दी बनाने के लिए आपको हेल्दी डाइट के साथ नियमित एक्सरसाइज की भी ज़रूरत होती है। कई लोगों का हृदय सेहतमंद होता है लेकिन इसको पहचानना मुश्किल है। अगर आप भी सोच रहे हैं कि आपका हार्ट हेल्दी है या नहीं तो आप इन तरीकों से पहचान सकते हैं..
कैसे जानें कि हार्ट हेल्दी है या नहीं? | how to know if your heart is healthy or not
1. नियमित हार्ट रेट: आप अपनी हार्ट रेट के ज़रिए अपनी दिल की सेहत को पहचान सकते हैं। सामान्या हार्ट बीट 60-100 बीट प्रति मिनट की बीच होती है। अगर आपकी दिल की धड़कने 60 से ऊपर हैं तो आपकी धड़कने सामान्य और नियमित हैं। साथ ही आपका हार्ट भी हेल्दी है।
2. बिना कठनाई के सांस लेना: अगर आप कोई भी फिजिकल एक्टिविटी बिना सांस लेने में कठनाई, सीने में दर्द या जकड़न के करते हैं तो आपका दिल सेहतमंद है। अक्सर ज्यादा कोलेस्ट्रॉल, फैट और दिल कमजोर होने पर फिजिकल एक्टिविटी करने में परेशानी आती है। अगर आपको ऐसी कोई परेशानी नहीं होती है तो आपका हृदय सेहतमंद है।
3. आपका एनर्जी लेवल: अगर आप पुरे दिन अच्छी ऊर्जा में रहते हैं या काम से आने के बाद आप बहुत ज्यादा नहीं थकते हैं तो आपका हृदय स्वास्थ्य है। जल्दी थकान और कमज़ोरी भी दिल खराब होने के लक्षण होते हैं। साथ ही अगर आप सीढियां चड़ते समय या किसी सामान्य फिजिकल एक्टिविटी में नहीं थकते हैं तो आपका हार्ट हेल्दी है।
4. सामान्य ब्लड प्रेशर: सामान्य ब्लड प्रेशर 120/80 मिमी एचजी से नीचे होता है। अगर आपका ब्लड प्रेशर इससे अधिक होता है या आपको हाई ब्लड प्रेशर की समस्या है तो आपका हृदय खतरे में है। हाई ब्लड प्रेशर के कारण आपको हार्ट अटैक, हार्ट स्ट्रोक और सीने में दर्द जैसी समस्या हो सकती है।
5. ओरल हेल्थ: अच्छी ओरल हेल्थ भी आपके हृदय किओ सेहत का राज़ बताती है। अगर आपके मसूड़े हेल्दी हैं और आपको ओरल हेल्थ की कोई समस्या नहीं है तो आपका हार्ट हेल्दी है। हाई ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल के कारण आपके मसूड़ों और ओरल हेल्थ पर प्रभाव पड़ता है।