सावधान ! इन 6 कारणों से हो सकता है गर्भपात...
गर्भावस्था में महिलाओं को अपने खान-पान व दिनचर्या में कई तरह के परिवर्तन करने होते हैं, ताकि गर्भ में शिशु स्वस्थ रहे। लेकिन कभी-कभी अनजाने में हमारी दिनचर्या में शामिल कुछ चीजें, गर्भस्थ शिशु को नुकसान पहुंचा सकती हैं।
इतना ही नहीं, यह चीजें गर्भपात के लिए भी जिम्मेदार हो सकती हैं। इससे बचने के लिए अपनी दिनचर्या पर विशेष रूप से ध्यान देने की जरूरत है। जानिए उन चीजों के बारे में, जो गर्भपात के लिए जिम्मेदार हो सकती हैं -
1 तनाव - गर्भवती महिलाओं के लिए तनाव लेना हानिकारक होता है, जो शिशु को न केवल नुकसान पहुंचा सकता है, बल्कि गर्भपात के लिए प्रेरित करता है। दरअसल तनाव लेते समय मस्तिष्क से स्त्रावित होने वाले हार्मोन्स गर्भस्थ शिशु को सीधे तौर पर क्षति पहुंचाते हैं, और उसके विकास को प्रभावित करते हैं। तनाव लेने पर मस्तिष्क से कॉर्टिकोट्रॉपिन हार्मोन का स्त्राव होता है, जो गर्भपात के लिए जिम्मेदार होता है।
2 नींद न होना - व्यस्त दिनचर्या होने के कारण रात को देरी से सोना और सुबह जल्दी उठ जाना, आपकी नींद को प्रभावित करता है। इसके अलावा देर रात तक काम करना और बाहर घूमने के कारण भी नींद पूरी नहीं हो पाती और हार्मोन्स असंतुलित होते हैं, जिसका असर गर्भस्थ शिशु पर पड़ता है। ऐसे में शरीर और दिमाग दोनों को ही आराम नहीं मिल पाता, जिसके कारण भ्रूण के लिए अनुकूल स्थतियां नहीं बन पाती, और गर्भपात का खतरा बढ़ जाता है।
3 दर्द निवारक - शरीर के किसी भी हिस्से में दर्द होने पर बिना चिकित्सक की सलाह के स्वयं दर्द निवारक दवाओं का सेवन करना, गर्भपात होने की बड़ी वजहों में शामिल है। ऐसी किसी भी स्थिति में चिकित्सक को बताएं और परामर्श के बाद ही इन दवाओं का सेवन करें।
4 सोडियम लॉरेल सल्फेट - यह एक प्रकार का रसायन है, जो साबुन, शैंपू, कंडीशनर या टूथपेस्ट जैसी चीजों में झाग पैदा करने के लिए प्रयोग होता है। इस तरह के उत्पाद गर्भ के लिए खतरनाक हो सकते हैं, और कई बार गर्भ का कारण बन सकते हैं।
5 फास्ट फूड - अधिक फास्ट फूड जैसे - बर्गर, पिज्जा, पास्ता आदि का सेवन करना गर्भवती महिलाओं और शिशु के लिए बेहद घातक हो सकता है। इन चीजों से फूड इंफेक्शन की संभावना अधिक होती है, हो गर्भस्थ शिशु को नुकसान पहुंचा सकता है। इसके अलावा बाजार में उपलब्ध रेडी टू ईट व अन्य तैयार खाद्य पदार्थ गर्भपात का कारण बन सकते हैं।
6 सही उम्र - अधिकांश मामलों में सही उम्र में गर्भ धारण न कर पाना, गर्भपात का बहुत बड़ा कारण होता है। ऐसे में सही समय पर गर्भधारण करना आवश्यक है, ताकि गर्भ, भ्रूण को संभालने और उसका विकास कर पाने में सक्षम हो। गर्भवती होने के लिए स्त्री की उम्र बहुत कम या बहुत अधिक भी नहीं होनी चाहिए। ऐसे में गर्भाशय सक्षम नहीं होता है।