क्या आपके बाल झड़ रहे हैं? अगर हां, तो इसे गंभीरता से लें। जी हां कई बार बालों के झड़ने का कारण हम मौसम या डाइट में हुए बदलाव को मान लेते हैं और इस समस्या को अनदेखा कर देते हैं। लेकिन यह गलती आपको भारी पड़ सकती है...। आप को बालों के गिरने के कारण को जानना होगा, कहीं यह कोई सेहत समस्या न हो।
बाल गिरने के सामान्य कारण -
बाल गिरने के कई कारण हो सकते हैं जिनमें थकान, त्वचा का रूखापन, भूख की कमी, कब्ज रहना, शरीर में सुन्नता शुक्राणुओं की कमी, बार-बार संक्रमण होना आदि शामिल हैं।
कभी कभी रक्त संचार में कमी, पुरानी बीमारी, तेज बुखार, मानसिक आघात, डायबिटीज, जरूरत से ज्यादा विटामिनों का सेवन, कुपोषण, सिर की त्वचा कोशिकाओं का आपसी कसाव ज्यादा होना, रूसी-जूं होना, लौह तत्व की कमी, नशीले पदार्थों का सेवन आदि कारण भी बाल झड़ने या गंजेपन का कारण बनते हैं।
बाल गिरने के गंभीर कारण -
लेकिन कुछ मामलों में बाल झड़ने का कारण 'मेल पैटर्न बाल्डनेस' यानि एमपीबी भी हो सकता है, जिसे 'एलोपेसिया हेरीडिटेरिया' भी कहते हैं। इसमें सामान्य बालों के झड़ने के बाद उनकी जगह इतने पतले और हल्के बाल निकलते हैं जो लगभग अदृश्य होते हैं। ऐसे में समय के साथ-साथ झड़ते बालों की संख्या बढ़ती जाती है और उनकी जगह इस तरह के हल्के, पतले और लगभग दिखाई न देने वाले बाल आ जाते हैं।
'एमपीबी' होने पर कम उम्र में ही सिर के किनारों से बाल उड़ने लगते हैं। लेकिन बालों का गिरना सिर के ऊपरी भाग तक ही सीमित रहता है। यह समस्या कई बार गंजेपन का कारण बनती है। गंजेपन में बालों की जड़ें सूख जाती हैं और उनके 'फॉलिकल्स' नष्ट हो जाते हैं।
कई बार गंजेपन का कारण अनुवांशिक भी होता है, जो पीढ़ी-दर-पीढ़ी चलता है। इसे 'बाल्डनेस जींस' कहते हैं। दरअसल 'एमपीबी' का संबंध भी 'जीन' और पुरुष हार्मोनों से ही होता है।
कुछ शोधकर्ताओं के अनुसार 'डीएचटी' यानि डिहाइड्रोटेस्टोस्टेरॉन भी बालों के गिरने का एक प्रमुख कारण है,
जो चयापचय की क्रिया के दौरान एक्टिव होने वाले टेस्टोस्टेरॉन हार्मोन का ही बदला हुआ रूप है। कई बार प्रोस्टेस्ट की समस्या के कारण भी बाल झड़ने की समस्या सामने आती है।