मंगलवार, 16 अप्रैल 2024
  • Webdunia Deals
  1. चुनाव 2022
  2. गुजरात विधानसभा चुनाव 2022
  3. न्यूज: गुजरात विधानसभा चुनाव 2022
  4. Bhupendra Patel will take oath as Chief Minister on December 12
Written By
Last Updated : रविवार, 11 दिसंबर 2022 (00:06 IST)

गुजरात : सोमवार से दूसरी पारी शुरू करेंगे भूपेंद्र पटेल, 12 दिसंबर को लेंगे मुख्यमंत्री पद की शपथ

Bhupendra Patel
गांधीनगर। गुजरात में भूपेंद्र पटेल मुख्यमंत्री के तौर पर लगातार दूसरी बार राज्य की कमान संभालेंगे। हाल में संपन्न गुजरात विधानसभा चुनाव में भारी जीत के साथ सत्ता बरकरार रखने वाली भारतीय जनता पार्टी के विधायक दल ने शनिवार को मौजूदा मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल को औपचारिक रूप से अपना नेता चुना।

विधायक दल की बैठक के बाद पटेल ने राज्यपाल आचार्य देवव्रत से राजभवन जाकर मुलाकात की और सरकार बनाने का दावा पेश किया। पटेल के सरकार बनाने का दावा विधानसभा चुनाव के नतीजे घोषित होने और 182 सदस्‍यीय सदन की 156 सीटों पर जीत दर्ज करने के दो दिन बाद किया है। राज्यपाल ने पटेल को शनिवार अपराह्न दो बजे सरकार के गठन और शपथ ग्रहण के लिए आमंत्रित किया है।

भाजपा सूत्रों ने बताया कि पटेल राज्य के 18वें मुख्यमंत्री के तौर पर गांधीनगर स्थित नए सचिवालय के नजदीक हैलीपैड मैदान में 12 दिसंबर को पद की शपथ लेंगे जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल होंगे। इस बीच, नई सरकार में मंत्रियों के नामों को लेकर गहन विचार-विमर्श चल रहा है।

पटेल और गुजरात प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटिल शनिवार शाम को दिल्ली के लिए रवाना हुए और उम्मीद की जा रही है कि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित शीर्ष नेतृत्व से विचार-विमर्श करेंगे।

विधायक कनू देसाई, राघवजी पटेल, ऋषिकेश पटेल, हर्ष सांघवी, शंकर चौधरी, पुरनेश मोदी, मनीषा वकील और रमन पाटकर वे नेता हैं जिनके मंत्रिमंडल में शामिल होने की संभावना है। पार्टी सूत्रों ने बताया कि भाजपा मंत्रियों को चुनने के दौरान जातिगत और क्षेत्रीय प्रतिनिधित्व में संतुलन स्थापित करने की कोशिश करेगी।

भाजपा की गुजरात इकाई के मुख्यालय ‘कमलम’ में विधायक दल की बैठक होने के बाद पटेल ने कहा कि समान नागरिक संहिता लागू करने सहित भाजपा के चुनावी घोषणा पत्र में किए गए वादों को पूरा करना उनकी सरकार की प्राथमिकता होगी।

पार्टी ने यहां जारी बयान में कहा, नव निर्वाचित विधायकों की आज ‘कमलम’ में बैठक हुई, जहां पर भूपेंद्र पटेल का नाम गुजरात के मुख्यमंत्री के तौर पर प्रस्तावित किया गया जिसे सर्वसम्मति से मंजूरी दे दी गई।

पटेल के नाम का प्रस्ताव विधायक कनू देसाई ने किया जिसका समर्थन विधायक शंकर चौधरी, पुरनेश मोदी, मनीषा वकील, रमन पाटकर और पार्टी के मुख्य सचेतक पंकज देसाई ने किया। भाजपा के वरिष्ठ नेता राजनाथ सिंह, बीएस येदियुरप्पा और अर्जुन मुंडा विधायकों की बैठक में केंद्रीय पर्यवेक्षक के तौर पर मौजूद रहे।

भाजपा नेता भरत पांड्या ने कहा, राजनाथ सिंह ने घोषणा की कि पटेल भाजपा विधायक दल के नेता बने रहेंगे। सिंह ने पटेल के सौम्य एवं मृदुल व्यवहार एवं मुख्यमंत्री के तौर पर किए गए उनके कार्यों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि जनता और भाजपा विधायक पटेल के व्यवहार को पसंद करते हैं और सर्वसम्मति से विधायक दल नेता के तौर पर उनके नाम की घोषणा की। यह लगातार सातवीं बार है जब गुजरात में भाजपा ने विधानसभा चुनाव जीता है।

पटेल ने कहा, गुजरात ने एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व और विकास की राजनीति पर मुहर लगाई है और भाजपा के प्रति अपना भरोसा जताया है। लगातार दूसरी बार अहमदाबाद की घाटलोडिया विधानसभा सीट से जीते पटेल ने 1.92 लाख मतों के अंतर से अपने प्रतिद्वंद्वी को मात दी है। पिछले साल सितंबर में विजय रूपाणी के इस्तीफे के बाद राज्य की कमान पटेल को मिली थी।

उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री मोदी की गुजरात को विकसित देश की लीग में शामिल करने की प्रतिबद्धता का एहसास सभी विधायकों और भाजपा की राज्य इकाई के अध्यक्ष सीआर पाटिल को है। सरकार और पार्टी प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह के मार्गदर्शन में प्रभावी तरीके से काम करेगी।

भाजपा के समान नागरिक संहिता लागू करने के चुनावी वादे के बारे में पूछे जाने पर पटेल ने कहा, हमने (समान नागरिक संहिता) समिति बनाई है और उसकी अनुशंसा पर कार्य करेंगे। भाजपा किसी वादे को अधूरा नहीं छोड़ेगी और अनुच्छेद-370 (जम्मू-कश्मीर से हटाने) और अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के वादे को पूरा किया है।

भाजपा ने आतंकवादी खतरों को खत्म कर उन्हें नेस्तानाबूत करने के लिए ‘कट्टरपंथी रोधी प्रकोष्ठ’ बनाने का भी वादा किया है। पटेल (60) ने शुक्रवार को अपने पूरे मंत्रिमंडल के साथ इस्तीफा दे दिया था, ताकि राज्य में नई सरकार का रास्ता साफ हो सके।
Edited By : Chetan Gour (भाषा)
ये भी पढ़ें
अमित शाह की 'सबक सिखाने' वाली टिप्पणी पर चुनाव आयोग ने दिया यह बयान...