ऐसा गुजरा वेलेंटाइन डे
- महेन्द्र सांघी
जो करते थे प्यार मेंआसमान के तारे तोड़ लाने का वादा,वो ला न सके वेलेंटाइन डे परगुलाब का फूल, पूरा न सही आधा।उनके प्यार में खोकर हमबागों में विचरते रहे,सायबर कैफे में बैठकर वेकिसी और से चैट करते रहे।सोचा था उन्होंने कि सेक्रेटरी के साथजाकर मनाएँगे वेलेंटाइन डे,न जाने कैसे खबर लीक हो गईपत्नी के साथ मन गया बेलन फाइट डे।चलो किसी भी तरह आजअपना प्यार हो गया सफल,वेलेंटाइन डे पर वे गुलाब न पा सकेतो जाकर ले आए कमल।