दद्दू का दरबार : बजट पूर्व हलवा
प्रश्न : दद्दू, खबर है कि बजट बनाने तथा छपाई प्रक्रिया शुरू होने के पूर्व इस प्रक्रिया के सारे संबंधित अधिकारी और सहायक कर्मचारियों को हलवा बना कर परोसे जाने की प्रथा है। वित्तमंत्री जी महोदय स्वयं इस हलवा समारोह के साक्षी होते हैं। इसके बाद सभी अधिकारी व कर्मचारी तब तक घर नहीं जा सकते जब तक बजट घोषित नहीं हो जाता। आप क्या कहेंगे इस प्रथा के बारे में।
उत्तर : अरे वाह, दद्दू को भी यह बात अब पता चली। अब समझ में आया कि बजट चाहे कांग्रेस, चाहे भाजपा या फिर मिली-जुली सरकार बनाए, जनता तक पर्याप्त राहत क्यों नहीं पहुंचती है। जनता द्वारा दिए गए टैक्स की कमाई के हलवे का मोटा भाग तो बजट के पहले ही आपस में बंट जाता है। जनता तक तो बचा-खुचा ही पहुंचता है।