नालसरोवर पक्षी अभयारण्य :- इस अनोखे अभयारण्य में 250 जाती के पक्षी मिलते हैं। ठंड के समय नैल अभयारण्य में दूर-दूर से पक्षी यहाँ पर आते हैं। आप मछली पकड़ने का आनंद भी यहाँ उठा सकते हैं। कुछ पक्षी जैसे कि जैकेन, मूरहेन एवं बत्तख, जलाशय में तैरते हुए दिखाई देते हैं।
पर्यटक नौका विहार का आनंद उठाते हुए वहाँ पर दूरबीन के सहारे उन पक्षियों को देखते हैं जो जलाशय में रहते हैं एवं जल पौधों के मध्य सुरक्षित स्थान में घोसला बनाकर रहते हैं। खूबसूरत है वह पल जब पानी की लहरों पर सूरज डूब रहा हो और दूसरी ओर पक्षी झुंड के साथ घोंसले की ओर जा रहे हों। रंग-बिरंगे भिन्न प्रकार के पक्षी असंख्य रूप में इस अभयारण्य में दिखाई देते हैं। गाइड के माध्यम से इस स्थल को देख सकते हैं।
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गिर नेशनल अभयारण्य - सौराष्ट्र के दक्षिण-पश्चिम क्षेत्र की ओर स्थित है। विशेषता यह है कि यहाँ पर 300 से अधिक शेर इस अभयारण्य में घूमते हुए दिखते हैं। पथरीले एवं पहाड़ी क्षेत्र में शेर टहलते हुए दिखाई देते हैं। वन्य जीव शेर आज विश्व में बहुत ही कम मिलते हैं। यहाँ पर चिंकारा, नीलगाय, चीतल जाति के जीव रहा करते हैं।
गिर नेशनल पार्क एक अभयारण्य है जहाँ पर शेर रहा करते हैं। भिन्न प्रकार के पेड़ यहाँ पर पाए जाते हैं। पहाड़ों से बहती झरने, नदियों के रूप में जंगलों के असंख्य जीवों को जीवन प्रदान करती है।
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मरीन नेशनल पार्क :-
गुजरात के जामनगर क्षेत्र में मरीन नेशनल पार्क स्थित है। मरीन अभयारण्य के जलाशय तट पर बहुत से मूँगे पाए जाते हैं। भारत के पक्षी के ग्रेट इंडियन बस्टर्ड यहाँ पर पाए जाते हैं। विशेष तौर पर इस अभयारण्य में बारहसिंघा नजर आते हैं। बारहसिंघा विश्व में बहुत ही कम पाया जाता है, इसे आप यहाँ देख सकते हैं।
इस वन्य में भिन्न प्रकार के जल जीव दिखाई देते हैं। जैसे कि कछुए, रंग बिरंगे, छोटे बड़े आकार की मछली, सील देख सकते हैं। भिन्न प्रकार के बोरारिलिया पेड़ देख सकते हैं।
कैसे पहुँचें : मुंबई एवं दिल्ली रेल मार्ग द्वारा पहुँच सकते हैं। गुजरात के मुख्य शहर रेल मार्ग से जुड़े हुए हैं।
राजमार्गः- पक्के सड़क एवं नेशनल हाईवे से यातायात की सुविधा से सभी पर्यटक वहाँ पर पहुँच सकते हैं। बस की सेवाएँ उपलब्ध होने के कारण मुख्य शहरों से जुड़े हुए हैं।