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Written By सीमान्त सुवीर
Last Updated : सोमवार, 11 जून 2018 (19:42 IST)

फुटबॉल में पेले का ये है रुतबा...रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने हाथ थामा तो मेराडोना ने चूमा

फुटबॉल में पेले का ये है रुतबा...रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने हाथ थामा तो मेराडोना ने चूमा - World Cup Football 2018 Russia Pele Brazil
21वें फीफा विश्व कप फुटबॉल के सिलसिले में जब एडसन दे अरांतेज डी नामेमेंटो उर्फ पेले रूस की राजधानी  मास्को पहुंचे तो अपने स्वागत से गद्‍गद्‍ हो गए। पेले को जो यहां सम्मान दिया गया, उससे पता चलता है कि  फुटबॉल की दुनिया का ये 'काला हीरा' क्या रूतबा रखता है। ब्राजील का फुटबॉल सुपर स्टार स्पेशल गेस्ट की हैसियत से विश्व कप में पहुंचा है।
 
77 बरस के हो चुके पेले की तबीयत ठीक नहीं है। 50 और 60 के दशक में अपने पैरों की चपलता से फुटबॉल का यह जादूगर 1958, 1962, 1970 में ब्राजील को विश्व कप चैम्पियन बना चुका है। उम्र पेले पर हावी जरूर होते जा रही है लेकिन उनका दिल आज भी फुटबॉल के लिए धड़कता है।
 
फुटबॉल के जोश का ही नतीजा है कि वे भले चलने-फिरने से लाचार होकर व्हीलचेयर पर आ गए हों लेकिन जब उन्हें स्पेशल गेस्ट के तौर पर फीफा विश्व कप में रूस आने का न्योता मिला तो उन्होंने से विनम्रता से स्वीकार कर लिया।
 
पेले जब व्हीलचेयर के सहारे रूस पहुंचे तो वहां पर मिलने वाले सम्मान से उनका दिल भर आया। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पेले का गर्मजोशी से स्वागत किया और उनका हाथ थाम लिया। अर्जेन्टीना की तरफ से स्पेशल गेस्ट के रूप में मौजूद और 1986 में अपने अकेले के दम पर टीम को विश्व चैम्पियन बनाने वाले डिएगो मेराडोना तो अपनी भावनाओं पर काबू नहीं रख सके और उन्होंने पेले को चूम लिया।

फुटबॉल की दुनिया का इतिहास इस बात का गवाह है कि कभी भी और किसी भी विश्व कप में इस तरह का सम्मान विश्व विजेताओं को नहीं मिला, जो सम्मान रूस में पेले को मिला है। असल में पेले इस सम्मान के पूरे हकदार हैं, जिनके जादुई खेल के बूते ब्राजील तीन बार जू्ल्स रिमे ट्रॉफी को न सिर्फ चूमने बल्कि हमेशा हमेशा के लिए अपने पास रखने का हकदार बना था। 
 
22 अक्टूबर 1940 को जन्मे पेले ने 1958 से लेकर 70 के बीच चार विश्व कप में हिस्सा लिया। पेले के नाम  1,363 अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल मैचों में 1281 गोल दर्ज हैं। पीठ में दर्द की समस्या के कारण उनका चलना-फिरना भी दूभर हो गया है। यही कारण है कि डॉक्टरों की विशेष अनुमति मिलने के बाद ही उन्होंने रूस जाने का फैसला लिया है। 
 
रूस में जब 14 जून से 15 जुलाई तक फुटबॉल का 'महासंग्राम' चलेगा, तब उसके गवाह कई फुटबॉल लीजेंड होंगे, उनमें से एक एडसन दे अरांतेज डी नामेमेंटो उर्फ पेले भी शामिल रहने जा रहे हैं।