आप तैयार, क्या फिर होंगे दिल्ली में चुनाव...
नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनावों के परिणामों ने कांग्रेस को बुरी तरह निराश किया है तो भाजपा को भी सरकार बनाने की स्थिति में नहीं छोड़ा है। दूसरे स्थान पर मौजूद आम आदमी पार्टी कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बनाने की स्थिति में तो है पर वह इसके लिए तैयार नहीं है। मनीष सिसौदिया ने आप की चुनाव समिति के बैठक के बाद आम आदमी पार्टी ने कहा कि दिल्ली की वोटर्स ने हमें विपक्ष में बैठने का आदेश दिया है तो हम विपक्ष में बैठेंगे। उन्होंने सत्ता के लिए गठबंधन से इनकार किया। उन्होंने स्वीकार किया कि फिलहाल प्रदेश में जो स्थिति है उसमें दोबारा चुनाव ही एकमात्र विकल्प है।2013
के विधानसभा चुनाव में तीन राज्यों में बीजेपी का कमल पूर्ण बहुमत के साथ खिल गया लेकिन दिल्ली पर पेंच अटक गया है। दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजों में किसी पार्टी को स्पष्ट जनादेश नहीं मिला है।आम आदमी पार्टी के शानदार प्रदर्शन ने भाजपा के अरमानों पर पानी फेर दिया है। वह कांग्रेस के समर्थन के बिना सरकार नहीं बना सकती, जो देश के राजनीतिक हालातों को देखते हुए संभव नहीं है। बहुमत के आंकड़े से सिर्फ तीन सीट पीछे रह जाने के बाद रविवार देर रात भाजपा ने भी सरकार बनाने का दावा न करने का फैसला किया है। भाजपा के सीएम पद के उम्मीदवार डॉक्टर हर्षवर्धन ने कहा कि कि उन्हें विपक्ष में बैठने का जनादेश मिला है और उनकी पार्टी विपक्ष में बैठेगी।अब ऐसे हालत में यह साफ हो गया है कि दिल्ली में दोबारा चुनाव होने तक दिल्ली में उप-राज्यपाल नजीब जंग सरकार चलाएंगे। फिलहाल यह बात कहीं से मुमकिन दिख नहीं रही है कि दिल्ली में भाजपा की सरकार बना पाएगी।