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Written By ND

कॉलोनी के पार्क को अपना बगीचा समझें

कॉलोनी के पार्क को अपना बगीचा समझें -
- मेनका गाँधी

अब बहुत कम आँगनों में बगीचे होते हैं, लेकिन उनके पास कॉलोनी के पार्क होते हैं। अधिकतर लोग अपने पार्क के लिए कुछ नहीं करते, सिर्फ स्थानीय नगर निगमों को दोषी ठहराने के अलावा। वे इन पार्कों का उपयोग क्रिकेट के मैदान, कूड़ा डालने में करते हैं। यह कुछ भी हो सकता है सिवाय ऑक्सीजन के, जिसके लिए यह बनाया गया होता है। जब आप किसी पार्क को बनाते हैं तथा उसका ध्यान रखते हैं तो आप अपने जीवन तथा अपनी संपत्ति के मूल्य का ध्यान रख रहे होते हैं।

मेरे बचपन की सबसे अच्छी यादों में बगीचों में पक्षियों के घोंसलों की खोज करना है। घोंसले सभी आयु के लोगों को आकर्षित करते हैं और प्रकृति में एक जीवनपर्यंत की रुचि विकसित कर सकते हैं। जब लोग पक्षियों के जीवन की सुंदरता का आनंद लेना सीख लेंगे तो वे अपने पार्कों में पक्षियों के 'प्रवास' को बेहतर बनाने के प्रयास करेंगे ताकि वहाँ पर अधिक पक्षी आएँ।

आप पक्षियों को पार्क में पक्षी के भोजन, घोंसले के डिब्बों तथा उनके स्नान के डिब्बे रखकर और कई प्रकार के वृक्ष, झाड़ तथा फूल लगाकर आकर्षित कर सकते हैं। ये पार्क घोंसले बनाने के लिए अच्छे स्थल, सर्दियों के आश्रय, भक्षकों से छुपने के लिए स्थान और वर्षभर उपलब्ध प्राकृतिक भोजन आपूर्ति मुहैया करवा सकते हैं।

आप पार्क में पक्षियों को आकर्षित करने के लिए उसे सुंदर बनाकर कई लाभ प्राप्त कर सकते हैं। आप एक अच्छी सौंदर्यीकरण योजना से संभवतः पक्षियों की प्रजातियों की संख्या को दुगुना कर सकते हैं। शहरों में अधिकांश पक्षियों की मृत्यु हो जाती है, क्योंकि उनके पास घोंसला बनाने का स्थान, भोजन तथा पानी नहीं होता है। आप अपनी समूची कॉलोनी को पक्षियों से भर सकते हैं।

वृक्ष लगाकर आप पार्क के चारों ओर के सभी घरों के लिए सर्दियों में गर्म रखने के तथा गर्मियों में ठंडा रखने के बिजली के बिलों को कम कर सकते हैं। पौधे मिट्टी का कटाव रोकते हैं। इससे आपके आस-पास के क्षेत्र में कम मिट्टी उड़ेगी। एक अच्छी सौंदर्यीकरण योजना आपके घर के आस-पास एक ऐसी सुंदर, प्राकृतिक व्यवस्था बनाएगी, जो लोगों तथा साथ ही पक्षियों के लिए सुखद होगी।

यह संपत्ति के मूल्य में भी वृद्धि करेगी। मनोरंजन के लिए एक शौक, पार्क में देखे जाने वाले सभी पक्षियों की सूची रखना है। मेरे बगीचे में पक्षियों की 20 से अधिक प्रजातियाँ हैं। प्रवास युवाओं में वन्यजीव तथा उनके संरक्षण में जीवनपर्यंत की रुचि विकसित कर सकता है। वन्यजीव को आकर्षित करने वाले कुछ पौधे लोगों को भी अच्छे लगते हैं। शहतूत, जामुन, कामरख, आँवला जैसी बेरियों को लोगों तथा वन्यजीव दोनों द्वारा खाया जा सकता है।

पशुओं के लिए सौंदर्यीकरण में नौ आधारभूत सिद्धांत शामिल होते हैं, जहाँ आपके द्वारा इकट्ठा किए गए पक्षियों को आकर्षित करने के लिए उनकी भोजन की पसंद को जानना कठिन होगा, वहीं आधारभूत आवश्यकताएँ फल, बेरी तथा दाना हैं। सेमल, पीपल, नीम महत्वपूर्ण हैं। झाड़ियाँ तथा फूल-मकरंद, बीज तथा बेरियाँ भी देते हैं। विभिन्न वृक्ष वर्ष के विभिन्न समय पर भोजन देते हैं, जैसे कि सर्दियों में बेर, बसंत में सेमल, गर्मियों में आम।

आप पानी का स्रोत मुहैया करवाकर पक्षियों की प्रजातियों की संख्या दुगुनी कर सकते हैं। इसका मेंढकों का तालाब, पानी वाला बगीचा अथवा पक्षियों के नहाने का स्थान जैसे अनेक उपयोग हो सकते हैं विशेषकर जब पानी बह रहा हो तब। पक्षियों को ऐसे स्थानों की आवश्यकता होती है, जहाँ वे अपने भक्षकों से छिप सकें और मौसम की अति से बच सकें। वृक्ष (खोखले वाले सहित), झाड़ियाँ, लंबी घास और पक्षियों के गृह उत्कृष्ट आश्रय मुहैया करवाते हैं। पार्क में किसी भी कीटनाशक का उपयोग न करें और नगर निगम के माली को भी ऐसा करने से रोकें।

प्रवास को बनाने के लिए महत्वपूर्ण पौधे ये हैं- घास जो भूमि पर घोंसला बनाने वाले पक्षियों के लिए कवर मुहैया करवाती हो-विशेषकर यदि घोंसला बनाने के मौसम के दौरान उसे काटा न जाए तो। कुछ घास तथा फलियाँ बीज भी मुहैया करवाती हैं। एक छोटा-सा क्षेत्र घास तथा जिन्हें आप खरपतवार कहते हैं उनके लिए छोड़ दीजिए, जो कि वे पौधे हैं जिन्हें पक्षियों द्वारा स्वयं लाया जाता है, क्योंकि वे औषधीय उपयोग के होते हैं।

पार्क में पौधे लगाना और उसे बनाए रखने से न केवल खुशी मिलती है बल्कि यह सस्ता भी है। यदि पार्क के चारों ओर रहने वाला प्रत्येक परिवार प्रतिमाह 20 रुपए भी दे तो ऐसा किया जा सकता है। आप पौधों को नर्सरी से खरीद सकते हैं अथवा आपके द्वारा खाए जाने वाले फलों के बीज को गमले में लगाकर और फिर वह पौधा बन जाए तो उसे पार्क में लगा सकते हैं।

आप उनका बचाव उनके चारों ओर टूटी हुई ईंटें लगाकर का सकते हैं अथवा कोई नर्सरी अपने प्रचार के लिए कुछ पौधे दे सकती है। यदि इसमें बच्चे शामिल हों और प्रत्येक बच्चे को रखरखाव के लिए एक पौधा दिया जाए तथा श्रेष्ठ पौधे को एक वार्षिक पुरस्कार दिया जाए तो यह उनके सीखने के अनुभव का एक भाग बन जाता है। अपनी कॉलोनी की एसोसिएशन से बात करें।

संभवतः कॉलोनी के पार्कों में उनके द्वारा आकर्षित की जाने वाली पक्षियों की प्रजातियों पर एक दोस्ताना प्रतियोगिता हो सकती है। यदि समय की कमी एक समस्या है तो बगीचे में पानी सुबह-सुबह अथवा शाम को डालें। किसी भी तरह ऐसा तब होता है, जब वाष्पीकरण कम होता है और इसलिए कम पानी की आवश्यकता होती है। विभिन्न स्थानों पर फैले हुए मिट्टी के पक्षियों के नहाने के बर्तनों, जिनमें से कुछ छाया में रखे गए हैं और कुछ खुले में, को बच्चों को सौंपा जा सकता है जो उनके देखने, साफ करने तथा फिर से पानी भरने के नियमित कार्य को करेंगे।

पार्क का एक नक्शा बनाएँ। भवनों, साइड के चलने वाले रास्तों, बिजली के तारों, जमीन के नीचे के तारों, बाड़, पहले से मौजूद वृक्षों, झाड़ियों की पहचान करें। इस पर विचार करें कि आपकी योजना का और घरों पर क्या असर होगा (क्या आपके द्वारा लगाए जाने वाले पेड़ से किसी और के सब्जी के बगीचे में छाया आएगी?) धूप वाले तथा छाया वाले स्थलों, निचले अथवा गीले स्थलों, रेतीले स्थलों का नक्शा बनाएँ।

पालतू पशुओं, बेंचों, तालाब, खेलने वाले स्थान तथा रास्तों के लिए क्षेत्रों की पहचान करें। एक ऐसे क्षेत्र की भी पहचान करें, जहाँ कोई ऐसा गड्ढा बनाया जा सके जिसमें लोग अपनी सब्जियों के छिल्के फेंक सकें ताकि ऑर्गेनिक खाद उपलब्ध हों। घरों के लोगों से अपनी रसोई की होदी के निकट एक बाल्टी रखने और उसमें बिना झाग वाले पानी को रखने के लिए कड़े (जैसा कि डिब्बाबंद वस्तुओं से निकलने वाला पानी अथवा जिस पानी से बर्तनों को भिगोया गया था या वह पानी जिसका उपयोग आप फलों तथा सब्जियों को खाने से पूर्व धोने के लिए करते हैं), इस पानी को आपके बचे हुए भोजन के साथ बगीचे में डाला जा सकता है।

वृक्षों को उनकी पूर्ण चौड़ाई के तीन-चौथाई पर और झाड़ियों को उनकी पूर्ण चौड़ाई के पैमाने पर दर्शाया जाना चाहिए। यह आपको कितने वृक्षों तथा झाड़ियों की आवश्यकता है, उसकी गणना करने में सहायता करेगा। काफी सारे वृक्षों को शामिल करने की प्रवृत्ति होती है जिससे अंततः आपके बगीचे में अधिकांशतः छाया आ जाएगी।

ऐसे खुले स्थल छोड़ें जहाँ से सूर्य की रोशनी आ सके, जहाँ पर फूल तथा झाड़ियाँ उग सकें। किसी पार्क का बनाना तथा उसे बनाए रखना काफी आसान है। आप न केवल स्वयं आनंद उठाएँगे बल्कि संसार को भी बचाकर रख सकेंगे।