बहरहाल, इन हालातों की मार आम आदमी पर ही पड़ रही है। समय आ गया कि विशेषज्ञ जल प्रबंधन की योजना बनाए। पानी से सिंचाई करने और हाइड्रोइलेक्ट्रिसिटी पैदा करने की योजनाएँ बनें और ईमानदारी से लागू करें, ईमानदारी से इसलिए कि इसके बिना हम दो कदम भी नहीं चल पाएँगे। -वेबदुनिया डेस्कऔर भी पढ़ें : |