नोटबंदी के समर्थन में आए अमर सिंह, कहा- 'मोदी पर गर्व है'
नई दिल्ली। समाजवादी पार्टी के राज्यसभा से सांसद और नेता अमर सिंह ने काला धन, भ्रष्टाचार और फर्जी करेंसी से निपटने के लिए नोटबंदी जैसा 'साहसी' कदम उठाने को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ की है। अमर सिंह ने कहा कि हालांकि ये फैसला बिना किसी तैयारी के लागू किया गया है, लेकिन अचानक ऐसा क़दम उठाने की वजह से कालाबाजारियों को ब्लैक मनी 'एडजस्ट' करने का मौका नहीं मिला।
अमर सिंह ने कहा, 'देशवासी के तौर पर उन्हें ऐसे प्रधानमंत्री पर गर्व है, जो भ्रष्टाचार को जड़ से उखाड़ने के लिए इस कदर प्रतिबद्ध हैं।' सपा नेता ने कहा, 'प्रधानमंत्री ने उन सभी लोगों को दंड दिया है, जिन्होंने बेहिसाब पैसा जमा कर रखा था, चाहें वो उनकी अपनी पार्टी के हों या फिर दूसरी पार्टी के।' उन्होंने ये भी कहा कि अब काला धन रखने वालों की रातों की नींद उड़ी हुई है।
अमर सिंह ने कहा, 'मैं भाजपा का प्रवक्ता नहीं बल्कि सपा का राज्यसभा सदस्य हूं। इस पर मेरी पार्टी का रुख कुछ भी हो सकता है, लेकिन मैंने आपको अपनी निजी राय बताई है।' हालांकि, अमर सिंह ने ये भी साफ किया कि इस योजना को लागू करने का तरीका सही नहीं है। उन्होंने कहा, 'मैं इस स्कीम के खिलाफ नहीं हूं, लेकिन इसे लागू करने से पहले समुचित इंतजाम करने में सरकार की नाकामी ने आम लोगों को काफी तकलीफ पहुंचाई है और इससे हम सभी को दुख पहुंचा है।'
अपने अपमान से नाराज समाजवादी पार्टी से राज्यसभा के सांसद अमर सिंह सोमवार को मुलायम सिंह यादव से मिलने उनके दिल्ली स्थित आवास पर पहुंचे। मुलाकात के बाद उन्होंने कहा कि विमुद्रिकरण के खिलाफ हमारी पार्टी के कुछ वरिष्ठ नेताओं के बयान से मैं नाखुश था। इसी को लेकर मैं नेताजी से मिला।
अमर ने नोटबंदी का समर्थन करते हुए मोदी की तारीफ की और कहा कि मुझे उन पर गर्व है। उन्होंने कहा कि समर्थन करना मेरा पर्सनल ओपिनियन है। मैं आजाद हूं...गुलाम नहीं। वहीं, इस बयान के बाद अब पार्टी में उनके खिलाफ आवाज उठने लगी है।
मुलायम सिंह ने रविवार को एएनआई के साथ बातचीत में कहा था कि मैं उन्हें चोट नहीं पहुंचाना चाहता था, लेकिन अब अपमान की सहनशीलता की सीमा के स्तर के ऊपर बात हो गई है। पार्टी का अगर व्हिप होगा और अगर मुझे नोटबंदी के खिलाफ वोट नहीं देना होगा, तो मैं राज्यसभा की सदस्यता छोड़ दूंगा। और अगर मुझे राज्यसभा की सदस्यता से मोह होगा तो मैं नोटबंदी के खिलाफ वोट दूंगा, ताकि मेरी सदस्यता नहीं जाए। नोटबंदी पर यह मेरी व्यक्तिगत राय है। मैं आजाद हूं, किसी का गुलाम नहीं हूं। मैंने यूपी इलेक्शन को देखते हुए नोटबंदी के खिलाफ बयान दिया था। मैं मुलायमजी से मिलूंगा और अपने दर्द को बताऊंगा।
नोटबंदी पर समाजवादी पार्टी काला धन और भ्रष्टाचार को खत्म करने के खिलाफ नहीं है, लेकिन नोटबंदी के तरीके को लेकर वह आपत्ति जता रही है। राज्यसभा में पार्टी ने इसका जमकर विरोध भी किया है। अखिलेश ने तो यहां तक कहा था कि काले धन से मंदी के दौर में अर्थव्यवस्था अच्छे से संचालित होती है।