36 साल के पूर्व कप्तान एंजेलो मैथ्यूज उतरे मैदान पर, 2011 में भारतीय मैदान पर ही खेला था पहला विश्वकप
अनुभवी हरफनमौला एंजेलो मैथ्यूज ने कहा कि श्रीलंका टीम को इंग्लैड के आक्रामक प्रदर्शन के लिये तैयार रहते हुए ईंट का जवाब पत्थर से देना होगा।भारत में खेले गये 2011 विश्व कप का हिस्सा रहे 36 साल के मैथ्यूज का यह चौथा विश्व कप होगा।वह साल 2019 में खेले गए विश्वकप में श्रीलंका के कप्तान भी थे।
उन्होंने श्रीलंका के लिए 221 मैचों में तीन शतक और 40 अर्धशतक के साथ 5865 रन बनाए हैं। उन्होंने इस दौरान 120 विकेट भी लिए है।
श्रीलंका और गत चैम्पियन इंग्लैंड बृहस्पतिवार को विश्पव कप के मैच में आमने सामने होगे और दोनों टीमों के लिये यह करो या मरो का मुकाबला होगा।
मैथ्यूज ने कहा , हमें इंग्लैंड जैसी मजबूत टीम को हराने के लिये अपना सर्वश्रेष्ठ खेल दिखाना होगा । अपनी क्षमता के अनुरूप अभी तक नहीं खेल पाने के बावजूद वह बहुत खतरनाक टीम है।
उन्होंने कहा , यह अच्छा विकेट है और आउटफील्ड छोटी है। हमें ईंट का जवाब पत्थर से देने के लिये तैयार रहना होगा क्योकि वे आक्रामक खेल दिखायेंगे लेकिन हम इस चुनौती के लिये तैयार हैं।
मैथ्यूज को पहले श्रीलंका की 15 सदस्यीय टीम में शामिल नहीं किया गया था लेकिन वह रिजर्व के तौर पर आये। इसके बाद मतीषा पथिराना की चोट के कारण उन्हें टीम में लिया गया।
उन्होंने कहा , मैने पिछले तीन साल में सफेद गेंद का क्रिकेट ज्यादा नहीं खेला है लेकिन उम्मीद है कि अपने अनुभव के दम पर इस विश्व कप में अच्छा प्रदर्शन कर सकूंगा। मुझे टीम में शामिल होने की उम्मीद नहीं थी लेकिन मैं कड़ा अभ्यास कर रहा था।
चोटिल पथिराना की जगह मैथ्यूज श्रीलंका टीम में शामिलअनुभवी हरफनमौला एंजेलो मैथ्यूज को इंग्लैंड के खिलाफ आगामी विश्व कप मैच से पहले इस मंगलवार को श्रीलंका की टीम में चोटिल तेज गेंदबाज मथीशा पथिराना की जगह शामिल किया गया था।
पथिराना को पाकिस्तान के खिलाफ श्रीलंका के मैच के दौरान कंधे में चोट लग गई थी। 20 साल का यह खिलाड़ी इसके बाद ऑस्ट्रेलिया और नीदरलैंड के खिलाफ मैचों को नहीं खेल पाया था।
पथिराना श्रीलंका के दूसरे खिलाड़ी जो विश्व कप के दौरान चोटिल हुए है। उनसे पहले कप्तान दासून शनाका भी चोट के कारण स्वदेश वापस लौट चुके है।शनाका की जगह मेंडिस विश्व कप में श्रीलंका की अगुवाई कर रहे है।