गुरुवार, 19 दिसंबर 2024
  • Webdunia Deals
  1. खेल-संसार
  2. क्रिकेट विश्व कप 2023
  3. क्रिकेट विश्व कप 2023 न्यूज
  4. Indecisive England need all round improvement against Sri Lanka to keep WC campaign afloat
Written By
Last Modified: बुधवार, 25 अक्टूबर 2023 (15:30 IST)

ENGvsSL मैच होगा करो या मरो का, विश्वकप से 1 टीम हो जाएगी बाहर

ENGvsSL मैच होगा करो या मरो का, विश्वकप से 1 टीम हो जाएगी बाहर - Indecisive England need all round improvement against Sri Lanka to keep WC campaign afloat
ENGvsSL गत चैंपियन इंग्लैंड को विश्व कप में अपने अभियान को पटरी पर लाने का गुरुवार को यहां संभवत: अंतिम मौका मिलेगा जब उसकी भिड़ंत टूर्नामेंट में जूझ रही एक अन्य टीम श्रीलंका से होगी।गत चैंपियन इंग्लैंड के चार मैच में श्रीलंका के समान दो अंक हैं और वे तालिका में नौवें स्थान पर हैं।

श्रीलंका के खिलाफ जीत इंग्लैंड को काफी आगे नहीं ले जाएगी लेकिन यह उन्हें भारत और ऑस्ट्रेलिया जैसी टीमों के खिलाफ होने वाले मुकाबलों के लिए थोड़ी प्रेरणा दे सकती है।श्रीलंका के खिलाफ हार हालांकि इंग्लैंड की उम्मीदों को लगभग खत्म कर देगी।

जल्दी बाहर होने से बचने के लिए इंग्लैंड को हर विभाग में सुधार की जरूरत है, विशेषकर उनके बल्लेबाजों को आक्रामक होने की जरूरत है। इसके लिए उन्हें एम चिन्नास्वामी स्टेडियम की तुलना में अधिक अनुकूल स्थान नहीं मिलेगा जिसकी सीमा रेखा छोटी है और पिच बल्लेबाजी के अनुकूल है।

ऑस्ट्रेलिया और पाकिस्तान के बीच यहां खेले गए पिछले मैच में कुल 672 रन बने थे और इंग्लैंड के बल्लेबाज 10 अक्टूबर को बांग्लादेश के खिलाफ अपने प्रयास को दोहराना चाहेंगे जब उन्होंने धर्मशाला में नौ विकेट पर 364 रन बनाए थे।डेविड मलान और जो रूट को छोड़कर इंग्लैंड का कोई बल्लेबाज अब तक उम्मीद के अनुसार नहीं खेल पाया है। टीम को न्यूजीलैंड, अफगानिस्तान और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ हार झेलनी पड़ी है।

कप्तान जोस बटलर, हैरी ब्रूक, सैम कुरेन, मोईन अली, क्रिस वोक्स और लियाम लिविंगस्टोन जैसे खिलाड़ियों से काफी उम्मीदें थी लेकिन उनमें से कोई भी अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाया।इंग्लैंड के ऑलराउंडरों ने भी अब तक निराश किया है।

उन्होंने टूर्नामेंट की शुरुआत चार ऑलराउंडरों – वोक्स, मोईन, कुरेन और लिविंगस्टोन के साथ की थी लेकिन तीन मैच के बाद दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ उनमें से किसी ने भी अंतिम एकादश में जगह नहीं बनाई। बेन स्टोक्स विशुद्ध बल्लेबाज के रूप में खेले।रीस टॉपले टूर्नामेंट में आठ विकेट के साथ इंग्लैंड के सबसे सफल गेंदबाज थे लेकिन यह तेज गेंदबाज तर्जनी में फ्रेक्चर के कारण टूर्नामेंट से बाहर हो गया है।

लेग स्पिनर आदिल राशिद अब टीम के सबसे भरोसेमंद गेंदबाज हैं जिन्होंने अब तक छह विकेट लिए हैं और उनकी 5.18 की इकोनामी रेट टीम में सबसे अच्छी है।दूसरी तरफ श्रीलंका को भी पिछले मैच में नीदरलैंड पर पांच विकेट की जीत के दौरान काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।

टीम ने चोट के कारण कप्तान दासुन शनाका और युवा तेज गेंदबाज मथीशा पथिराना को गंवा दिया है। लेकिन यह किसी नुकसान जैसा भी नहीं लगता क्योंकि वे दोनों काफी अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रहे थे।श्रीलंका ने पथिराना के विकल्प के रूप में अनुभवी एंजेलो मैथ्यूज को टीम में शामिल किया है जबकि उसके पास दुष्मंता चमीरा के रूप में तेज गेंदबाज उपलब्ध था।

श्रीलंका की परेशानी उसकी कमजोर गेंदबाजी है। उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 428, पाकिस्तान के खिलाफ 345 और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 35.2 ओवर में 215 रन खर्च किए हैं।श्रीलंका के गेंदबाजों ने नीदरलैंड का स्कोर छह विकेट पर 91 रन कर दिया था लेकिन टीम 262 रन तक पहुंचने में सफल रही।

बल्लेबाजी में श्रीलंका का शीर्ष क्रम अच्छा कर रहा है। सदीरा समरविक्रम और कुसाल मेंडिस शतक जड़ चुके हैं जबकि पथुम निसांका और चरित असलंका ने भी प्रभाव पारियां खेली हैं।चार साल पहले विश्व कप में इंग्लैंड पर 20 रन की हैरान करने वाली जीत से भी टीम को आत्मविश्वास मिलेगा। उस टीम में मेंडिस, धनंजय डिसिल्वा और कुसाल परेरा जैसे खिलाड़ी शामिल थे।(भाषा)

टीमें इस प्रकार हैं:

इंग्लैंड: जोस बटलर (कप्तान), मोईन अली, गस एटकिंसन, जॉनी बेयरस्टो, सैम कुरेन, लियाम लिविंगस्टोन, डेविड मलान, आदिल राशिद, जो रूट, हैरी ब्रूक, बेन स्टोक्स, ब्रायडन कार्स, डेविड विली, मार्क वुड और क्रिस वोक्स।

श्रीलंका: कुसाल मेंडिस (कप्तान), कुसाल परेरा, पथुम निसांका, लाहिरू कुमारा, दिमुथ करुणारत्ने, सदीरा समरविक्रम, चरित असलंका, धनंजय डिसिल्वा, महीश तीक्षणा, डुनिथ वेलालागे, कासुन रजिता, एंजेलो मैथ्यूज, दिलशान मदुशंका, दुशान हेमंता और चमिका करुणारत्ने। रिजर्व: दुष्मंता चमीरा।

समय: मैच दोपहर दो बजे शुरू होगा।
ये भी पढ़ें
शुरुआत से ही कप्तानी विवाद में फंसा बांग्लादेश, विश्वकप से बाहर होने वाली पहली टीम बनी