विश्व कप में भारत-ऑस्ट्रेलिया मैच की 5 खास बातें
लंदन। ओवल के मैदान पर रविवार को भारत की 'ब्ल्यू बिग्रेड' ने हैरतअंगेज प्रदर्शन करते हुए 5 बार विश्व कप को जीतने वाली ऑस्ट्रेलियाई टीम को 36 रनों से हराकर अपना लगातार दूसरा मैच जीता। इस जीत में शिखर धवन के शतक के अलावा कप्तान विराट कोहली के लाजवाब प्रदर्शन ने हजारों दर्शकों का दिल जीत लिया। जानिए भारत-ऑस्ट्रेलिया मैच की 5 खास बातें...
1. कप्तान कोहली ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने को जो फैसला लिया था, उसे टॉप ऑर्डर ने सार्थक कर दिखाया। भारत ने 50 ओवर में 5 विकेट खोकर 352 रन बनाए लेकिन जवाब में ऑस्ट्रेलिया की टीम 50 ओवर में 10 विकेट खोकर 316 रन ही बना सकी। भारतीय पारी में सलामी बल्लेबाज शिखर धवन ने 117, विराट कोहली ने 82, रोहित शर्मा ने 57, हार्दिक पांड्या ने 48 और महेंद्रसिंह धोनी ने 27 रन बनाए।
2. ओवल के धीमे विकेट पर शिखर और रोहित की भारतीय सलामी जोड़ी ने ऑस्ट्रेलिया के तेज आक्रमण पहले परखा और फिर उस पर भूखे शेर की तरह टूट पड़े। 'मैन ऑफ द मैच' शिखर धवन ने दो बड़ी साझेदारी की। रोहित के साथ उन्होंने पहले विकेट के लिए 127 और कोहली के साथ दूसरे विकेट के लिए 93 रन की साझेदारी की। भारत अंतिम 10 ओवर में 116 रन जोड़कर किसी भी टीम की ओर से विश्व कप 2019 का अब तक का सर्वाधिक 352 स्कोर खड़ा करने में सफल रहा।
3. टीम इंडिया की तरफ से 1 से 5 नंबर तक बल्लेबाजी करने वाले सभी खिलाड़ियों ने अपना किरदार बखूबी निभाया। पूरे मैच में भारतीय बल्लेबाज आक्रामक रहे और उन्होंने गेंदबाजों को कभी भी हावी होने का मौका नहीं दिया। हार्दिक पांड्या को चौथे नंबर पर उतारा गया, जिन्होंने तूफानी अंदाज में 27 गेंदों में 48 रन ठोंक डाले, जिसमें 4 चौके और 3 छक्के शामिल थे। धोनी ने भी 14 गेंदों पर 27 रन की पारी खेली। स्टोइनिस की गेंद पर उन्होंने करारा शॉट खेला लेकिन फॉलोथ्रू में उन्होंने एक हाथ से धोनी का कैच लपक डाला।
4. ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज जीत के लिए 353 रनों के पहाड़ लक्ष्य को हासिल करने के पहले ही मानसिक दबाव में आ गए थे। बुमराह और भुवनेश्वर की कसी हुई गेंदबाजी का ऐसा दबदबा रहा कि ऑस्ट्रेलियाई टीम की 53 गेंद तक कोई बाउंड्री नहीं लगी। कप्तान फिंच और वॉर्नर ने पहले विकेट के लिए 61 रन जोड़े, जबकि दूसरे विकेट के लिए वॉर्नर और स्टीव स्मिथ के बीच 71 रनों की भागीदारी हुई। स्मिथ ने 69, वॉर्नर ने 56, एलेक्स कैरी ने 55 और उस्मान ख्वाजा ने 42 रन बनाए।
5. ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों के मुकाबले भारतीय गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया। विशेषकर, भुवनेश्वर कुमार ने जिन्होंने 50 रन देकर 3 विकेट लिए। जसप्रीत बुमराह ने 61 रन खर्च करने 3 विकेट लेने में सफलता पाई जबकि स्पिनर युजवेंद्र चहल ने वॉर्नर और मैक्सवेल के 2 कीमती विकेट झटके। भारत ने 36 रनों से मैच जीतकर ऑस्ट्रेलिया की लगातार 10 जीत के विजय अभियान को रोक दिया।
यही नहीं, विश्व कप मुकाबलों में चौथी जीत हासिल की। इससे पूर्व 11 मैचों में से 8 में ऑस्ट्रेलिया और 3 में भारत जीता था। भारत ने 1983 के विश्व कप में ऑस्ट्रेलिया को 118 रनों से (चेम्सफोर्ड), 1987 में 56 रनों से (दिल्ली) और 2011 (अहमदाबाद) में 5 विकेट से हराया था।