बर्मिंघम। क्रिस वोक्स और आदिल राशिद के 3-3 विकेटों और ओपनर जैसन रॉय की 85 रन की तूफानी पारी की बदौलत मेजबान इंग्लैंड ने 5 बार के चैंपियन ऑस्ट्रेलिया को आईसीसी विश्व कप के दूसरे सेमीफाइनल में गुरुवार को 8 विकेट से रौंदकर 27 साल के लम्बे अंतराल के बाद फाइनल में जगह बना ली। 1992 के विश्व कप फाइनल में इंग्लैंड की टीम फाइनल में पाकिस्तान से हार गई थी।
इंग्लैंड ने ऑस्ट्रेलिया को 49 ओवर में 223 रन पर निपटाने के बाद 32.1 ओवर में 2 विकेट पर 226 रन बनाकर शान के साथ फाइनल में प्रवेश कर लिया जहां उसका मुकाबला 14 जुलाई को ऐतिहासिक लॉर्ड्स मैदान में न्यूजीलैंड से होगा। विश्व कप को इस तरह नया चैंपियन मिलेगा।
मेजबान इंग्लैंड 1992 के बाद पहली बार फाइनल में पहुंचा है और फाइनल में इंग्लैंड तथा न्यूजीलैंड के पास पहली बार खिताब जीतने का मौका रहेगा। न्यूजीलैंड ने पहले सेमीफाइनल में भारत को हराया था।
इंग्लैंड ने इस सेमीफाइनल में पिछले चैंपियन ऑस्ट्रेलिया को एकतरफा अंदाज में धो दिया। जैसन रॉय ने 65 गेंदों में 9 चौकों और 5 छक्कों की मदद से 85 रन की मैच विजयी पारी खेली। जॉनी बेयरस्टो ने 34, जो रुट ने नाबाद 49 और कप्तान इयान मोर्गन ने नाबाद 45 रन की पारी खेली। ऑस्ट्रेलिया की पारी में 20 रन पर 3 विकेट लेने वाले क्रिस वोक्स को प्लेयर ऑफ द मैच का पुरस्कार मिला।
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरे ऑस्ट्रेलिया की शुरुआत खराब रही और उसने 7वें ओवर तक मात्र 14 रन पर 3 विकेट गंवा दिए। पूर्व कप्तान स्टीव स्मिथ ने इसके बाद 119 गेंदों पर 6 चौकों की मदद से 85 रन की शानदार पारी खेली जिसकी बदौलत ही आस्ट्रेलिया 200 का स्कोर पार कर सका।
स्मिथ 8वें बल्लेबाज के रूप में टीम के 217 के स्कोर पर आउट हुए और ऑस्ट्रेलिया की पूरी पारी 49 ओवर में 223 रन पर सिमट गई। ऑस्ट्रेलिया के 4 बल्लेबाज ही दहाई की संख्या में पहुंच सके। विकेटकीपर एलेक्स कैरी ने 70 गेंदों में 4 चौकों की मदद से 46 रन, ऑलराउंडर ग्लेन मैक्सवेल ने 23 गेंदों में 2 चौकों और एक छक्के की मदद से 22 रन और 9वें नंबर के बल्लेबाज मिशेल स्टार्क ने 36 गेंदों में एक चौके और एक छक्के की मदद से 29 रन बनाए।
स्मिथ और कैरी ने चौथे विकेट के लिये 103 रन की साझेदारी कर टीम को कुछ हद तक संभाला। इससे पहले कप्तान आरोन फिंच खाता खोले बिना दूसरे ओवर की पहली गेंद पर आउट हुये जबकि टूर्नामेंट में शानदार बल्लेबाजी करने वाले ओपनर डेविड वार्नर तीसरे ओवर में निपट गये। वार्नर नौ रन ही बना सके।
पीटर हैंड्सकोंब का विकेट 7वें ओवर की पहली गेंद पर गिरा। क्रिस वोक्स ने वॉर्नर और हैंड्सकोंब के विकेट लिए। लेग स्पिनर आदिल राशिद ने ऑस्ट्रेलिया के मध्यक्रम को झकझोरा। राशिद ने कैरी, मार्कस स्टोइनिस और पैट कमिंस को आउट किया।
वोक्स ने स्टार्क को आउट कर अपना 3 विकेट लिया। स्मिथ रनआउट हुए जबकि जोफ्रा आर्चर ने ऑस्ट्रेलियाई कप्तान फिंच तथा मैक्सवेल के विकेट लिए। मार्क वुड ने जेसन बेहरनडोर्फ को आउट कर ऑस्ट्रेलिया की पारी समेट दी। वोक्स ने 20 रन पर 3 विकेट, राशिद ने 54 रन पर 3 विकेट, आर्चर ने 32 रन पर 2 विकेट और वुड ने 45 रन पर एक विकेट लिया।
लक्ष्य का पीछा करते हुए इंग्लैंड ने विश्वास के साथ शुरुआत की। रॉय और बेयरस्टो ने 17.2 ओवर में 124 रन की शानदार ओपनिंग साझेदारी कर ऑस्ट्रेलिया का संघर्ष समाप्त कर दिया। रॉय ने बेहद आक्रामक अंदाज में बल्लेबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों को हतोत्साहित कर दिया।
रॉय ने पारी के 16वें ओवर में स्टीव स्मिथ की गेंदों पर लगातार 3 गगनचुम्बी छक्के मारे। इनमें से तीसरा छक्का तो स्टेडियम की छत पर पड़ा। बेयरस्टो को मिशेल स्टार्क ने पगबाधा किया और एक टूर्नामेंट में सर्वाधिक विकेट लेने का हमवतन ग्लेन मैक्ग्रा का रिकॉर्ड तोड़ दिया।
स्टार्क का यह 27वां विकेट था। बेयरस्टो ने 43 गेंदों पर 34 रन में 5 चौके लगाए। रॉय दूसरे बल्लेबाज के रूप में 147 के स्कोर पर पैट कमिंस का शिकार बने। इसके बाद रुट और मोर्गन ने ऑस्ट्रेलिया को कोई मौका नहीं दिया।
रुट ने 46 गेंदों में 8 चौकों की मदद से नाबाद 49 और मोर्गन ने 39 गेंदों में 8 चौकों के सहारे नाबाद 45 रन बनाए। मोर्गन ने जैसे ही विजयी चौका मारा पूरा इंग्लैंड जश्न में डूब गया।