World Cup : कड़वी यादों को नहीं भूला इंग्लैंड, बांग्लादेश से सतर्क होकर खेलेगा
कार्डिफ। पहले बड़ी जीत और फिर हार के बाद अपना अभियान पटरी पर लाने के लिए बेताब इंग्लैंड शनिवार को जब यहां बांग्लादेश के खिलाफ विश्व कप का अपना अगला मैच खेलने उतरेगा तो वह 4 साल पुरानी कड़वी यादों को ध्यान में रखकर किसी भी तरह की ढिलाई बरतने से बचना चाहेगा।
बांग्लादेश ने विश्व कप 2015 में एडिलेड में खेले गए मैच में इंग्लैंड को 15 रन से हराकर उसे टूर्नामेंट के पहले दौर से बाहर कर दिया था। इंग्लैंड उस हार को भूला नहीं होगा, हालांकि तब उसकी टीम आज की तुलना में कमजोर थी। इसके बाद इंग्लैंड के टीम प्रबंधन में बदलाव हुए और उसने लगातार सुधार किया और आज वह दुनिया की नंबर एक टीम है।
लेकिन अपनी सरजमीं पर खेले जा रहे विश्व कप में इंग्लैंड का अभियान अभी तक उतार-चढ़ाव वाला रहा है। उसने पहले मैच में दक्षिण अफ्रीका को 104 रन से हराया लेकिन अगले मैच में पाकिस्तान से 14 रन से हार गया था। इस मैच में इंग्लैंड के खिलाड़ी कुछ अवसरों पर खुद पर नियंत्रण भी नहीं रख पाए थे।
सलामी बल्लेबाज जैसन रॉय और तेज गेंदबाज जोफ्रा आर्चर पर तो अपने खराब व्यवहार के लिए जुर्माना भी लगाया गया था। पिछले मैच में इंग्लैंड के खिलाड़ियों को पाकिस्तानी दर्शकों ने काफी परेशान किया और अब उन्हें बांग्लादेश के खिलाफ भी इसी तरह के अनुभव से गुजरना पड़ सकता है, लेकिन इंग्लैंड के तेज गेंदबाज लियाम प्लंकेट ने कहा कि उनकी टीम इस तरह की परिस्थितियों का सामना करने के लिए तैयार है।
प्लंकेट ने कहा, हम बड़े टूर्नामेंटों में खेलते रहे हैं। हमारे खिलाड़ी आईपीएल और बिग बैश में खचाखच भरे स्टेडियमों में खेलते रहे हैं। यह खिलाड़ियों के लिए कोई मसला नहीं होना चाहिए। उन्होंने इसके साथ ही कहा कि बांग्लादेश की टीम अब किसी भी रूप में कमजोर नहीं है, जिसने दक्षिण अफ्रीका को हराया था।
प्लंकेट ने कहा, इस प्रतियोगिता में उलटफेर जैसी कोई बात नहीं है। हम पहले ही देख चुके हैं कि बांग्लादेश ने दक्षिण अफ्रीका को हराया और यह उलटफेर नहीं था। उनकी टीम मजबूत है। मुझे याद है जब उन्होंने काफी पहले (2010 में ब्रिस्टल में) इंग्लैंड को हराया था तो वह उलटफेर था। आदिल राशिद ने पाकिस्तान के खिलाफ पांच ओवर में काफी रन लुटाए थे।
इस लेग स्पिनर की कंधे की चोट को देखते हुए इंग्लैंड उन्हें अंतिम एकादश से बाहर रख सकता है। बांग्लादेश की सोफिया गार्डन्स से कुछ अच्छी यादें जुड़ी हैं। उसने इसी मैदान पर 2005 में ऑस्ट्रेलिया को हराया था जिसे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के सबसे बड़े उलटफेर में से एक माना जाता है। उस मैच में बांग्लादेश की टीम के सदस्य रहे मशरेफी मुर्तजा अब टीम के कप्तान हैं।
न्यूजीलैंड के खिलाफ पिछले मैच में बांग्लादेश ने जिस तरह से 245 रन का स्कोर बचाने के लिए अपनी जी जान लगा दी थी उससे भी मुर्तजा और साथियों के हौसले बुलंद हैं। न्यूजीलैंड ने आखिर में बमुश्किल यह मैच 2 विकेट से जीता था। मुर्तजा ने कहा, मेरा मानना है कि वे (इंग्लैंड) टूर्नामेंट की सबसे मजबूत टीम है। मैं जानता हूं कि उनसे मुकाबला आसान नहीं होगा। लेकिन अगर हम अपनी सर्वश्रेष्ठ क्रिकेट खेलते हैं तो फिर कुछ भी हो सकता है।