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Last Modified: सोमवार, 3 मई 2021 (21:42 IST)

कोरोना पर PM मोदी की बड़ी बैठक, 100 दिन कोविड ड्यूटी वालों को सरकारी नौकरी में प्राथमिकता

कोरोना पर PM मोदी की बड़ी बैठक, 100 दिन कोविड ड्यूटी वालों को सरकारी नौकरी में प्राथमिकता - Prime Minister Modi's big meeting on coronavirus case
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कोरोनावायरस (Coronavirus) महामारी की दिनोंदिन बढ़ती चुनौती से निपटने के लिए चिकित्सा कर्मियों की उपलब्धता बढ़ाने तथा उन्हें प्रोत्साहित करने के लिए आज कई महत्वपूर्ण निर्णयों को मंजूरी दी।

मोदी ने सोमवार को एक बैठक में कोविड-19 महामारी से निपटने के लिए पर्याप्त मानव संसाधनों की बढ़ती आवश्यकता की समीक्षा की। बैठक में कई ऐसे निर्णयों को मंजूरी दी गई, जिससे कोविड ड्यूटी में चिकित्सा कर्मियों की उपलब्धता काफी हद तक बढ़ जाएगी।

एक बड़े निर्णय के तहत नीट-पीजी परीक्षा को कम से कम 4 माह टालने का निर्णय लिया गया और यह परीक्षा 31 अगस्त 2021 से पहले आयोजित नहीं की जाएगी। इसके अलावा, परीक्षा की घोषणा के बाद इसके आयोजन से पहले छात्रों को कम से कम एक माह का समय दिया जाएगा।

इससे बड़ी संख्या में योग्य डॉक्टर कोविड ड्यूटी करने के लिए उपलब्‍ध हो जाएंगे। कोविड प्रबंधन में सेवाएं प्रदान करने वाले कर्मियों को कोविड ड्यूटी के न्यूनतम 100 दिन पूरे कर लेने पर आगामी नियमित सरकारी भर्तियों में प्राथमिकता दी जाएगी।

इसके अलावा इंटर्नशिप रोटेशन के हिस्से के तहत अब मेडिकल इंटर्न को अपने संकाय की देखरेख में कोविड प्रबंधन ड्यूटी में लगाने की अनुमति देने का भी निर्णय लिया गया। एमबीबीएस के अंतिम वर्ष के छात्रों की सेवाओं का उपयोग संकाय द्वारा उनका उचित ओरिएंटेशन के बाद लिया जा सकता है।
इनका उपयोग छात्र संकाय की देखरेख में कोविड के हल्‍के लक्षणों वाले मरीजों के टेली-परामर्श और निगरानी जैसी सेवाएं प्रदान करने में किया जा सकता है। इससे कोविड ड्यूटी में लगे मौजूदा डॉक्टरों पर काम का बोझ कम होगा और इसके साथ ही प्राथमिकता देने के प्रयासों को काफी बढ़ावा मिलेगा।
रेजिडेंट के रूप में अंतिम वर्ष के पीजी छात्रों की सेवाओं का उपयोग आगे भी तब तक किया जा सकता है जब तक कि पीजी छात्रों के नए बैच शामिल नहीं हो जाएंगे। बीएससी और जीएनएम योग्य नर्सों का उपयोग वरिष्ठ डॉक्टरों और नर्सों की देखरेख में पूर्णकालिक कोविड नर्सिंग ड्यूटी में किया जा सकता है।
कोविड संबंधी काम में लगाए जाने वाले मेडिकल छात्रों तथा पेशेवरों को उपयुक्त रूप से टीका लगाया जाएगा। इस प्रकार कार्यरत होने वाले सभी स्वास्थ्य पेशेवरों को ‘कोविड-19 से लड़ने में जुटे स्वास्थ्य कर्मियों के लिए सरकार की बीमा योजना’ के तहत कवर किया जाएगा।

ऐसे सभी पेशेवर जो कोविड ड्यूटी के न्यूनतम 100 दिनों के लिए हामी भरते हैं और इसे सफलतापूर्वक पूरा कर लेते हैं, उन्हें केन्द्र सरकार की ओर से ‘प्रधानमंत्री का प्रतिष्ठित कोविड राष्ट्रीय सेवा सम्मान’ भी दिया जाएगा।(वार्ता)
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