एफआरआरओ पुलिस अधीक्षक बॉस्को जॉर्ज ने बताया कि मार्च के आखिरी सप्ताह में जब लॉकडाउन लागू किया गया था तब गोवा में करीब 8000 विदेशी नागरिक थे। जॉर्ज ने बताया, पर्यटन वीजा पर आए लोगों का एफआरआरओ में पंजीकरण नहीं हुआ था, लेकिन कारोबारी वीजा पर आए लोग एफआरआरओ में पंजीकृत थे।
गृह मंत्रालय की मदद से करीब 6000 विदेशी अपने-अपने देशों के लिए रवाना हो गए। हालांकि 2000 से अधिक विदेशी नागरिक अभी भी गोवा में हैं। इनमें बड़ी संख्या रूसियों की है।
उन्होंने बताया कि कई विदेशी नागरिक, खासकर यूरोपीय देशों के कई नागरिक वापस नहीं जाना चाहते और उन्होंने अपने वीजा की अवधि बढ़ाने के लिए आवेदन दिया है। (भाषा)