दिल्ली : अस्पताल में भर्ती मरकज निजामुद्दीन के संदिग्ध व्यक्ति ने किया आत्महत्या का प्रयास, हड़कंप
नई दिल्ली। दिल्ली में कोरोना वायरस पॉजिटिव मामले बढ़कर 152 हो गए हैं। दिल्ली सरकार के अनुसार इनमें से 53 पॉजिटिव मामले मरकज निजामुद्दीन से हैं। इस बीच दिल्ली के राजीव गांधी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में भर्ती मरकज़ निजामुद्दीन के एक व्यक्ति ने आज आत्महत्या करने की कोशिश की। उसे अस्पताल के अधिकारियों ने बचाया। मरकज निजामुद्दीन का मामला सामने आने के बाद से इसमें शामिल हुए लोगों को ट्रेस किया जा रहा है। इनसे देशभर में कोरोना संक्रमण का खतरा है।
दिल्ली के राजीव गांधी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के अनुसार मरकज निजामुद्दीन के लोगों को 6वीं मंजिल पर भर्ती किया गया था। इनमें से एक ने आज आत्महत्या की कोशिश की। व्यक्ति को अस्पताल के अधिकारियों ने बताया। इस घटना के बाद अस्पताल में कड़ी सुरक्षा कर दी गई है।
यूपी के 569 लोग क्वारंटाइन : तबलीगी जमात में शामिल होने वाले उत्तर प्रदेश के 569 लोगों को चिन्हित करके क्वारंटाइन किया गया है। इसके अलावा 218 विदेशी नागरिकों को भी चिन्हित किया गया है, जिनके वीजा की पड़ताल की जा रही है।
तबलीगी में शामिल हुए 503 लोग हरियाणा में : हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में इस महीने की शुरुआत में तबलीगी जमात के इज्तिमा में शामिल होने वाले 72 विदेशियों समेत 503 लोगों का राज्य में होने का पता चला है। हरियाणा पुलिस को गुड़गांव और अंबाला समेत राज्य के अनेक जिलों में इज्तिमा से लौटे लोगों के होने का पता चला, जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग के दल सक्रिय हो गए हैं।
कर्नाटक से 342 लोगों ने हिस्सा लिया : कर्नाटक सरकार उन करीब 150 लोगों की पहचान और तलाश में जमीन आसमान एक कर रही है, जो तबलीगी जमात के आयोजन में शामिल हुए थे। इस आयोजन में राज्य के 340 से अधिक लोगों ने हिस्सा लिया था। ऐसी खबरें हैं कि तबलीगी-जमात के आयोजन में कर्नाटक के करीब 342 लोगों ने हिस्सा लिया था।
धार्मिक रंग न दें : इस बीच जमीयत प्रमुख मौलाना अरशद मदनी ने यह भी कहा कि तबलीगी जमात के मरकज से जुड़ी घटना की जांच होनी चाहिए और देश में कहीं भी किसी ने लॉकडाउन का उल्लंघन किया है तो उस पर कार्रवाई होनी चाहिए।
मदनी ने कहा कि मरकज मुद्दे को लेकर कोरोना वायरस जैसी महामारी को धार्मिक रंग देना शर्मनाक है। उन्होंने कहा जो भी ऐसी सोच रखते हैं, वो अपने धार्मिक एजेंडे की आड़ में कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ विश्वव्यापी लड़ाई को कमजोर कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि मरकज के मसले पर प्रशासनिक लापरवाही भी हुई, जिसकी जांच आवश्यक है। (एजेंसियां) (Video courtesy: ANI)