शुक्रवार, 15 नवंबर 2024
  • Webdunia Deals
  1. समाचार
  2. मुख्य ख़बरें
  3. कोरोना वायरस
  4. coronavirus delhi maharashtra
Written By
Last Modified: शनिवार, 22 जनवरी 2022 (23:04 IST)

कोरोना की तीसरी लहर का कहर, दिल्ली-महाराष्ट्र में अभी राहत नहीं; मौत के आंकड़े रिकॉर्ड पार

कोरोना की तीसरी लहर का कहर, दिल्ली-महाराष्ट्र में अभी राहत नहीं; मौत के आंकड़े रिकॉर्ड पार - coronavirus delhi maharashtra
नई दिल्ली/मुंबई। महाराष्ट्र और दिल्ली में कोरोना का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है। महाराष्ट्र में रिकॉर्ड मामले सामने आ रहे हैं, वहीं मौतों का आंकड़ा भी चिंताओं को बढ़ा रहा है।
 
महाराष्ट्र में रिकॉर्ड मामले : महाराष्ट्र में शनिवार को कोरोनावायरस संक्रमण के 46,393 नए मामले सामने आए जिसमें वायरस के ओमिक्रॉन वैरिएंट से संक्रमण के 416 मामले शामिल हैं। स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि महामारी से 48 और मरीजों की मौत हो गई जिससे मृतकों की संख्या 1,42,071 पर पहुंच गई। 
 
राज्य में अब तक संक्रमण के कुल 74,66,420 मामले सामने आ चुके हैं। ओमीक्रोन स्वरूप से संक्रमण के अब तक 2,759 मामले सामने आ चुके हैं जिनमें से 1,225 मरीज ठीक हो चुके हैं। राज्य में वर्तमान में 21,86,124 संक्रमित घर पर पृथक-वास में हैं और 3,382 मरीज संस्थागत पृथक-वास में हैं। बृहन्मुंबई महानगर पालिका के अनुसार मुंबई में संक्रमण के 3,568 नए मामले सामने आए तथा महामारी से 10 और मरीजों की मौत हो गई। महाराष्ट्र में अभी कोविड के 2,79,930 मरीज उपचाराधीन हैं।
 
दिल्ली में सबसे ज्यादा मौतें : दिल्ली में 5 जून के बाद कोविड-19 से शनिवार को सर्वाधिक 45 लोगों की मौत हुई और महामारी के 11,486 नये मामले सामने आये जबकि संक्रमण दर 16.36 प्रतिशत रही। स्वास्थ्य विभाग द्वारा साझा किए गए आंकड़ों में यह जानकारी दी गई है।

विभाग के स्वास्थ्य बुलेटिन के अनुसार दिन में की गई जांच की संख्या 70,226 थी। राष्ट्रीय राजधानी में अब मामलों की कुल संख्या बढ़कर 17,82,514 हो गई जबकि मृतकों की संख्या बढ़कर 25,586 पर पहुंच गई। पांच जून को शहर में 60 लोगों की मौत हुई थी।

बुलेटिन के अनुसार शनिवार को संक्रमण दर 16.36 प्रतिशत रही। राष्ट्रीय राजधानी में 13 जनवरी को कोविड-19 के एक दिन में सबसे अधिक 28,867 मामले दर्ज किये गये थे।
ये भी पढ़ें
बीटिंग रिट्रीट में इस बार नहीं बजेगी महात्मा गांधी की पसंदीदा धुन 'एबाइड विद मी', मोदी सरकार का फैसला