देवभूमि उत्तराखंड में भी दे दी कोरोना के डेल्टा प्लस वैरिएंट ने दस्तक
देहरादून। देश के तमाम राज्यों की तरह देवभूमि उत्तराखंड में कोरोना के डेल्टा प्लस वैरिएंट ने दस्तक दे दी है। बुधवार को ऊधमसिंह नगर जिले के दिनेशपुर में कोरोना वायरस के नए वेरिएंट का पहला मामला सामने आया है।
बताया जा रहा है कि युवक लखनऊ निवासी है। वह दिनेशपुर वार्ड नंबर 3 में अपने चाचा के घर आया हुआ था। उसने 29 मई को गदरपुर सीएचसी में कोरोना की जांच के लिए सैंपल दिया। उस दौरान रैपिड एंटीजन टेस्ट में वह कारोना पॉजिटिव पाया गया। इस पर वह होम आइसोलेट रहा।
आइसोलेशन की अवधि पूरा होने के बाद वह अपने घर लौट गया। इसके बाद उसका आरटी पीसीआर सैंपल जांच लिए एनसीडीसी लैब दिल्ली भेजा गया था। मंगलवार शाम को युवक की रिपोर्ट सीएमओ कार्यालय पहुंची तो उसमें डेल्टा प्लस वेरिएंट की पुष्टि हुई। 23 वर्षीय संक्रमित युवक बीटेक का छात्र है।
बुधवार की दोपहर एसीएमओ डॉ. अविनाश खन्ना, प्रभारी चिकित्साधिकारी प्रदीप पांडे पुलिस के साथ संक्रमित के रिश्तेदार के घर पहुंचे। वहां उन्हें चला युवक स्वस्थ होकर लखनऊ वापस चला गया है। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने परिवार समेत पड़ोस के 40 लोगों के सैंपल लिए हैं और इलाके को कंटेनमेंट जोन में तब्दील कर दिया।
इस पूरी घटना से स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली भी उजागर हुई है। उत्तराखंड के इस पहले डेल्टा प्लस वेरिएंट मामले का पता स्वास्थ्य विभाग को एक माह बाद पता चला।
हालांकि उत्तराखंड पहुंचने पर उसका कोरोना टेस्ट हो गया था और उसे आइसोलेट कर दिया गया था। अगर ऐसा न हुआ होता तो उत्तराखंड में भी इस वेरिएंट के केस अपनी तेजी से दस्तक दे देते।
अब कोरोना वायरस का खतरनाक स्ट्रेन डेल्टा प्लस वेरिएंट का पहला मामला आने से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा है। स्वास्थ्य विभाग की टेस्टिंग और व्यवस्थाएं इतनी धीमी हैं कि एक माह बाद ही इस वेरिएंट का पता चल पाया।
संक्रमित ने 29 मई को गदरपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कोरोना की जांच के लिए सैंपल दिए थे। उस दौरान वह जांच मे कोरोना पॉजिटिव पाया गया था। इसके बाद उसे होम आइसोलेट कर दिया गया था।
इस बीच जून में उसका आरटी पीसीआर सैंपल लेकर जांच के लिए दिल्ली भेजा गया था। कुछ दिन रहने के बाद युवक घर वापस चला गया। मंगलवार की देर शाम उसकी जांच रिपोर्ट सीएमओ कार्यालय में आई। जिसमें वह डेल्टा वेरिएंट प्लस पाया गया।