अभिषेक : उत्तम सफलता का वर्ष
गोपाल मंत्र का अनुष्ठान करें
फिल्म रिफ्यूजी से अभिनय की दुनिया में प्रवेश करने वाले अभिषेक बच्चन का जन्म 5 फरवरी 1976 को मीन राशि चन्द्र लग्न में हुआ। जन्म से ही राजयोग लेकर जन्मे होने से आपको पिता से विरासत में अभिनय की सीख मिली, इसलिए आसानी से फिल्मी दुनिया में प्रवेश मिला। जबकि इतनी आसानी से बतौर हीरो के आना हर किसी के बस की बात नहीं है। चन्द्र लग्न से देखा जाए तो आपकी पत्रिका में पंचम भाव का स्वामी चन्द्र मीन राशि का होकर लग्न में ही विराजमान है। साथ ही राशि स्वामी गुरु भी साथ होने से गजकेसरी नाम का राजयोग बना रहा है। लग्नेश व केन्द्रेश का साथ केन्द्र या त्रिकोण में हो तो लक्ष्मीनारायण योग बनता है, सो आप लक्ष्मीपुत्र तो हैं ही। गुरु की पंचम भाव पर उच्च दृष्टि पड़ने से दैनिक व्यवसाय, मनोरंजन भाव पर भी पड़ रही है। लेकिन शनि पंचम में कर्क का होने से बहुत अच्छी सफलता का कारक नहीं बनता। भाग्य पर उच्च दृष्टि व भाग्येश मंगल का भाग्य को देखना ही आपके भाग्यशाली होने का कारण बना व इस सदी के महानायक अमिताभ बच्चन के पुत्र होने का सौभाग्य रहा।
द्वितीय भाव में मंगल की राशि, मेष का केतु आवाज वजनदार होने का कारक है। कला का कारक शुक्र प्रभावी नहीं है वो चन्द्र राशि से तृतीयेश व अष्टमेश होकर दशम भाव में धनु का है। इसी कारण आप अपने पिता से 50 प्रतिशत भी सफल नहीं है। इधर दो केन्द्र का स्वामी बुध भी गुरु की राशि में है। जो अपने जीवन साथी से लाभ का कारण बनता है। इधर षष्ठ भाव का स्वामी सूर्य आय भाव में अपने पुत्र शनि की राशि मकर में है। इस कारण भी आपकी आय फिल्म क्षेत्र में अन्य कलाकारों से कम है।
शनि-सूर्य का समसप्तक योग भी ठीक नहीं रहता है। पिता के रहते पुत्र कभी पिता से आगे नहीं बढ़ सकता। शनि-सूर्य का समसप्तक योग भी पुत्र प्राप्ति में बाधक बना हुआ है। गोपाल मंत्र का अनुष्ठान आपकी संतान की चाह पूरी कर सकता है।वर्तमान में गुरु का गोचरीय भ्रमण मीन से चल रहा है और वह मेष राशि में भी रहेगा जो गुरु की मित्र राशि है। अतः इस वर्ष कोई विशेष सफलता भी दिला सकता है।