हरेक विषय को बराबर समय दें
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गीतांजलि कुमार छात्रों के लिए अब जरूरी है कि लगातार कम होते दिनों के साथ रिलैक्स होकर अपनी तैयारी पर ध्यान दें। इस समय तक लगभग सभी छात्रों की तैयारी पूरी हो जाती है। इसलिए यह डर मन से निकाल दें कि कुछ भी याद नहीं है। आप जितना समय पढ़ने बैठें, एकाग्र होकर पढ़ें। उस दौरान न तो बार-बार पढ़ने से उठें और न ही फोन पर बाते करें। अब बचे हुए दिनों में सभी विषयों को बराबर समय दें। अन्यथा पढ़े हुए विषय याद नहीं रहेंगे। परीक्षाओं को सामान्य रूप से लें। इस बात को मन से निकाल दें कि पेपर कठिन आएगा। पेपर आपकी किताब के अंदर से ही आएगा। हेल्पबुक से ज्यादा अभ्यास करें लेकिन बहुत सारी किताबों में एक साथ न उलझें। अकसर छात्रों को लगता है कि कम खाने से नींद नहीं आएगी। लेकिन यह गलत है, पढ़ाई के लिए खाना-पीना भी बहुत जरूरी है। छात्र घर का बना खाना खाएं, अधिक से अधिक तरल पदार्थ लें। इसके साथ ही पूरी नींद लें। पढ़ने के साथ ही लिखने का भी बराबर अभ्यास करें। स्कूल शिक्षकों द्वारा बताए गए प्रश्नों को अच्छे से पढ़ें, साथ ही तीन घंटे बैठकर मॉडल टेस्ट पेपर हल करें। अपनी तैयारी के दौरान पाठ कितने अंक का है इस बात को भी ध्यान में रखें। कम अंक वाले टॉपिक में बहुत ज्यादा न उलझें। अगर छात्र किसी तरह के तनाव में है या उसे बेचैनी हो रही है तो उसे छुपाए नहीं। अभिभावक, शिक्षक या काउंसलर से जरूर बात करें। इससे उनके मन हल्का होगा और उनकी इस बेचैनी का कोई न कोई हल जरूर निकल आएगा।