बैनर : स्टार एंटरटेनमेंट प्रा.लि. निर्माता : टीपी अग्रवाल, राहुल अग्रवाल निर्देशक : अनंत महादेवन संगीत : ललित पंडित कलाकार : नसीरुद्दीन शाह, सुनील शेट्टी, समीरा रेड्डी, भाग्यश्री, विनोद खन्ना, आयशा धारकर, सीमा बिस्वास, गुलशन ग्रोवर, मकरंद देशपांडे, आशीष विद्यार्थी, जाकिर हुसैन
’रेड अलर्ट - द वॉर विदिन’ कई विदेशी फिल्म समारोह में सराही गई गई है। न्यूयॉर्क में साउथ एशियन इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में इस फिल्म का प्रीमियर हुआ था। इसी फिल्म के लिए इस फेस्टिवल में सुनील शेट्टी ने बेस्ट एक्टर का अवॉर्ड भी जीता था। गोआ में अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोह में भी इस फिल्म को क्रिटिक्स की सराहना प्राप्त हुई थी।
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हिंदुस्तान टाइम्स में प्रकाशित हुई एक सच्ची कहानी पर यह फिल्म आधारित है, जिसे अरुणा राजे ने लिखा है।
खेत में मजदूरी करने वाले नरसिम्हा (सुनील शेट्टी) की आर्थिक हालत बहुत खराब है। वह चाहता है कि उसके बच्चों को वो कष्ट नहीं उठाना पड़े जिन्हें वह भुगत रहा है। वह उन्हें पढ़ाना-लिखाना चाहता है।
अच्छे काम की तलाश में वह नक्सलियों के संपर्क में आता है और उसे नक्सलवादी गतिविधियाँ सिखाई जाती हैं। हथियार चलाने का प्रशिक्षण देकर लोगों को कैसे मारा जाता है ये बताया जाता है। अपहरण कर कैसे फिरौती की राशि वसूलते हैं यह भी वो सीख जाता है।
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नरसिम्हा को महसूस होता है कि वह गलत काम कर रहा है, लेकिन मजबूरी के आगे वह सब करता है। एक दिन अपने ही दल के लीडर (आशीष विद्यार्थी) से उसका विवाद हो जाता है और उसे दल छोड़ना पड़ता है।
अब तक पुलिस से बचता आए नरसिम्हा को अब अपने दल के लोगों से भी जान बचानी पड़ती है। वह एक ऐसा निर्णय लेता है जिससे उसकी जान को तो खतरा है ही, लेकिन दुश्मनों के लिए भी यह खतरनाक है।
‘रेड अलर्ट’ में नक्सली समस्या को केन्द्र बनाकर कई महत्वपूर्ण प्रश्न उठाए गए हैं।