महाभारत में युधिष्ठिर नहीं, कृष्ण का रोल निभाने वाले थे गजेन्द्र चौहान लेकिन चावल खाना पड़ गया महंगा
लॉकडाउन की वजह से दूरदर्शन पर पुराने शोज एक बार फिर लौट आए है। बीआर चोपड़ा की महाभारत भी तब से चर्चा में है जब से इसे वापस से टीवी पर शुरू किया गया है। शो को लेकर फैंस काफी उत्साहित हैं। इतने साल बाद भी लोग महाभारत में काम करने वाले एक्टर्स को ना सिर्फ पसंद कर रही है बल्कि उनके बारे में जानने के लिए भी उत्सुक है।
महाभारत में युधिष्ठिर का किरदार निभाने वाले गजेंद्र चौहान भी काफी लोकप्रिय कलाकारों में से एक हैं। गजेंद्र चौहान ने महाभारत की शूटिंग और अपने रोल को पाने की कहानी एक इंटरव्यू में सुनाई।
उन्होंने बताया, 1986 में महाभारत का मुहूर्त हुआ, जिसमें राज बब्बर साहब के ऊपर बना था। उसमें मैं कृष्ण की भूमिका के लिए चुना गया था। उस समय ऐसा था कि महाभारत, रामायण से पहले टेलीकास्ट होगा। लेकिन किसी कारण से ये डिले हो गया। वो डिले कितना था हमें नहीं पता था।
उस दौरान मुझे रीजनल, मलयालम फिल्में बहुत मिलीं। वहां का खाना जो था मुझे सूट नहीं किया। वहां चावल बहुत खाते हैं और मुझे 20-20 दिन शूटिंग के लिए वहां रहना पड़ता था तो मैंने भी चावल खाए। मैं चावल खा खाकर मोटा हो गया था।
गजेंद्र ने बताया कि जब महाभारत की शूटिंग शुरू हुई तो रवि चोपड़ा ने उन्हें देख कर मना कर दिया कि वह कृष्ण के रोल में फिट नहीं हैं क्योंकि वह मोटे हो गए हैं। इसके बाद गजेंद्र को बलराम का रोल ऑफर किया गया, मगर उन्होंने यह रोल करने से मना कर दिया।
रवि चोपड़ा के कहने पर उन्होंने युधिष्ठिर के सिए स्क्रीन टेस्ट दिया, जिसे देखने के बाद शो के निर्देशक, स्क्रिप्ट राइटर और कंसल्टेंट इसके लिए हामी भरी और उन्हें इस तरह युधिष्ठिर का किरदार मिला।