चमोली त्रासदी में अपने पिता को खोने वालीं 4 बेटियों की मदद के लिए आगे आए सोनू सूद, उठाएंगे पूरी जिम्मेदारी
कोरोना काल में लोगों की मदद कर सोनू सूद ने अपनी एक अलग ही पहचान बना ली है। सोनू सूद हर किसी की दिल खोलकर मदद कर रहे हैं। सोनू अब चमोली त्रासदी में भी सक्रिय भूमिका निभाने जा रहे हैं। वह चमोली में आई आपदा में एक पीड़ित परिवार की मदद के लिए आगे आए हैं।
चमोली आपदा में से कई लोगों की जान चली गई। इन्हीं में से एक आलम सिंह विष्णुगाड थे जो जल विद्युत परियोजना से जुड़ी ऋत्विक कंपनी में इलेक्ट्रीशियन के पद पर काम करते थे। आपदा के समय आलम टनल के अंदर काम कर रहे थे उस दौरान उनकी जान चली गई। वे अपने परिवार को चालने वाले अकेले थे।
आलम की चार बेटियां भी हैं जो अपने पिता के जाने से बुरी तरह टूट गई हैं। अब सोनू सूद की तरफ से इन बेटियों को नया भविष्य देने की तैयरी है। सोनू सूद ने इन चारों बच्चियों को गोद ले लिया। सोनू ने आलम सिंह के चारों बच्चों को गोद लेकर उनकी पढ़ाई का खर्च उठाने का भरोसा दिलाया। वे उनकी पढ़ाई से लेकर शादी तक, हर खर्चा उठाने के लिए तैयार हैं।
इस बारे में सोनू सूद ने कहा, ये हर नागरिक की जिम्मेदारी है कि वो इस मुश्किल समय में आगे आकर मदद का हाथ बढ़ाए। जिन भी लोगों को इस त्रासदी की वजह से बर्बादी झेलनी पड़ी है, उन सभी की हर संभव मदद की जाए।
बता दें कि इससे पहले सोनू सूद प्रवासी रोजगार एप भी लॉन्च कर चुके हैं। जिसमें कोरोनाकाल में जॉब खो चुके लोगों के लिए 50 हजार से ज्यादा रोजगार के मौके दिए गए हैं। यह एप लोगों को कंपनियों से जोड़ता है साथ ही लोगों को ट्रेनिंग भी दिलाता है। इस तरह सोनू सूद के अलग- अलग तरीकों से हर जरूरतमंद की मदद करने की पुरजोर कोशिश की।