खुशखबरी... सुशांत सिंह राजपूत की यह फिल्म फिर हो सकती है शुरू, पर अफसोस कि सुशांत नहीं होंगे
बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत के निधन के बाद से ही फिल्म इंडस्ट्री में उथलपुथल मची हुई है। सुशांत की मौत के बाद डायरेक्टर शेखर कपूर ने बताया था कि वह उनके साथ फिल्म पानी में काम कर रहे थे लेकिन यश राज फिल्म्स के हाथ खींचने यह प्रोजेक्ट बंद हो गया था।
शेखर ने इसी 'पानी' से जुड़ा एक ट्वीट किया है। शेखर कपूर ने लिखा- 'और वह दिन आया जब गंगा मां ने बहना बंद कर दिया, कभी सूखी, तो कभी बाड़ में, प्यासे लोग चिल्ला उठे, मां, आप कहां हो? गौमुख से मां की आवाज उठी। तुम अपने ही स्वार्थ में मग्न हो, अपने ही लाभ में, अपनी मां को भूल गए, पानी किसका है, यह भी भूल गए हम तुम और पानी, एक कहानी... #पानी'।
अौर व दिन आया जब गंगा माँ ने बहना बंद कर दिया। कभी सूखी, तो कभी बाड़ में। प्यासे लोग चिल्ला उठे। ‘माँ, आप कहॉ हो ?’
गौमुख से माँ कि अावाज उठी।
‘तुम अपने ही स्वार्थ में मग्न हो । अपने ही लाभ में । अपनी माँ को भूल गए।पानी किसका है, यह भी भूल गए’
शेखर कपूर के इस ट्वीट पर लोग सुशांत संग उनकी अधूरी फिल्म को लेकर चर्चा कर रहे हैं। कयास लगाए जा रहे हैं कि शायद अब शेखर कपूर उस फिल्म को दोबारा शुरू करने की सोच रहे हैं।
If you want to journey with the Gods, or your creativity, you have to walk each step in devotion. In humility. God willing #Paani will get made one day. If it does, I will dedicate it to Sushant. But it has to be made with partners that walk in humility, not in arrogance. pic.twitter.com/pWzTt04IbK
इससे पहले भी शेखर ने ट्वीट कर इसका हिंट दिया था। उन्होंने लिखा था- 'अगर आप भगवान के साथ किसी यात्रा में जुड़ना चाहते हैं, आपको सभी कदम आस्था के साथ आगे बढ़ाने पड़ेंगे। भगवान ने चाहा तो पानी एक दिन जरूर बनेगी। मैं उस फिल्म को सुशांत को डेडिकेट करूंगा। लेकिन ये फिल्म उन्हीं लोगों के साथ बनाई जा सकती है जो इंसानियत दिखाए, ना की घमंड।
बता दें पानी फिल्म को लेकर हाल ही में काफी चर्चा हुई थी। इस फिल्म में सुशांत सिंह राजपूत को लिया गया था। वे इसके लिए एक्साइटेड भी थे। कुछ समय पहले इंस्टाग्राम लाइव के दौरान शेखर कपूर ने कहा कि सुशांत फिल्म पानी के कैरेक्टर गोरा में डूब गए थे। वह रात को 2 और 3 बजे काल करते थे और फिल्म की छोटी-छोटी चीजों पर चर्चा करते थे।