अजय देवगन के प्रोडक्शन से जुड़े 12 लोगों ने किया कोरोना नियमों का उल्लंघन, केस दर्ज
बॉलीवुड एक्टर और निर्माता अजय देवगन के प्रोडक्शन हाउस से जुड़े 12 स्टाफ के खिलाफ कोविड-19 के नियमों की धज्जियां उड़ाने के लिए मामला दर्ज हुआ है। ये क्रू मेंबर वसई के सनसिटी इलाके में फिल्म 'मेडे' के सेट का निर्माण कर रहे थे।
खबरों के अनुसार मानिकपुर पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर भाऊसाहेब अहिरे ने बताया कि उन्होंने गश्त के दौरान कई लोगों को कोरानावायरस को लेकर बनाए गए नियमों और सोशल डिस्टेंसिंग के नियम तोड़ते हुए पकड़ा। प्रोडक्शन हाउस से जुड़े क्रू मेंबर्स वसई के सनसिटी इलाके में फिल्म के सेट का निर्माण कर रहे थे। इनपर भीड़ जमा करने और कोविड-19 के नियम तोड़ने का आरोप है।
खबरों के मुताबिक सनसिटी ग्राउंड में जो सेट तैयार हो रहा था, उसमें एक प्लेन क्रैश का सीन शूट होना था। मानिकपुर पुलिस स्टेशन में अजय के स्टाफ से जुड़े जिन लोगों पर केस दर्ज हुआ है, उनमें गार्डेनिया स्टूडियो के लोकेशन मैनेजर दानिश जैसवाल भी शामिल हैं।
अहिरे ने बताया, "सनसिटी ग्राउंड पर बनने वाले सेट के पास 15 से ज्यादा लोग मौजूद थे। इनमें से एक-दो को छोड़ किसी ने मास्क नहीं पहना था। जिन्होंने मास्क पहना भी था, वह उनकी ठुड्डी से नीचे खिसक गया था। नियम तोड़ते देख हमने लोकेशन मैनेजर जैसवाल को बुलाया। उन्होंने बताया कि उन्होंने तहसीलदार से यहां शूटिंग करने की इजाजत ली है। अहिरे ने बताया कि अजय देवगन यहां शूटिंग के लिए आ रहे हैं।
विवाद बढ़ने के बाद वसई के तहसीलदार उज्जवल भगत ने बताया, हमने निर्धारित शुल्क लेकर केवल ग्राउंड को किराए पर दिया था। शूटिंग या सेट निर्माण की कोई मंजूरी नहीं दी गई है। इसके लिए उन्हें लोकल पुलिस और नगर निगम से अनुमति लेनी चाहिए थी।
बता दें कि फिल्म 'मेडे' में अजय देवगन एक पायलट की भूमिका में हैं और रकुल प्रीत सिंह उनके साथ को-पायलट की भूमिका में होंगी। इस फिल्म में अमिताभ बच्चन भी नजर आने वाले हैं। अजय ने 2016 में फिल्म 'शिवाय' का निर्देशन किया था और अब 'मेडे' से वह निर्देशन की दुनिया में वापसी कर रहे हैं।