'मिर्जापुर 2' के मेकर्स ने मांगी सुरेंद्र मोहन पाठक से माफी, वेब सीरीज से हटाया जाएगा यह सीन
वेब सीरीज 'मिर्जापुर 2' के मेकर्स ने जाने माने लेखक सुरेंद्र मोहन पाठक से माफी मांगी है। मेकर्स पर वेब सीरीज के एक सीन में उनकी किताब को गलत तरीके से पेश करने का आरोप लगा था। सुरेंद्र मोहन पाठक ने मेकर्स पर उपन्यास धब्बा के दुष्प्रचार का आरोप लगाते हुए नोटिस भेजा था और एक सप्ताह के भीतर जवाब मांगा था।
अब मेकर्स ने बाकायदा ट्वीट कर माफीनामा साझा किया है। रितेश सिधवानी और फरहान अख्तर के प्रोडक्शन हाउस एक्सेल एंटरटेनमेंट ने मिर्जापुर 2 को बनाया है। एक्सेल एंटरनेटमेंट ने ट्विटर हैंडल के जरिए माफीनामा देते हुए लिखा है, 'प्रिय सुरेंद्र मोहन पाठक आपका नोटिस संज्ञान में आया है। आपका कहना है कि मिर्जापुर 2 में एक सीन है, जिसमें सत्यानंद त्रिपाठी नाम का किरदार 'धब्बा' उपन्यास को पढ़ रहे हैं।'
इसके साथ ही उस सीन में उपयोग हुए वॉयसओवर से आपकी और आपके प्रशंसकों की भावनाएं आहत हुई हैं। इसके लिए हम माफी मांगते हैं और कहना चाहते हैं कि हमारा मकसद आपकी प्रतिष्ठा को धूमिल करना नहीं था। आप ख्यातिप्राप्त लेखक हैं और आपका काम हिन्दी क्राइम फिक्शन साहित्य की दुनिया में बहुत महत्व रखता है। आपको विश्वास दिलाते हैं इस गलती को सुधारा जाएगा। हम तीन हफ्ते के भीतर उस सीन में बुक कवर को ब्लर कर देंगे या वॉइसओवर को हटा देंगे।
दरअसल, इस वेब सीरीज के एक सीन में मशहूर और चर्चित उपन्यास धब्बा को पढ़ते हुए दिखाया गया है। एपिसोड तीन में कुलभूषण खरबंदा लेटे हुए हैं और उनके हाथ में यह उपन्यास है। इस उपन्यास से वह जो अश्लील लाइनें पढ़ रहे हैं वह किताब में नहीं हैं। उपन्यास के लेखक सुरेंद्र मोहन पाठक का आरोप है कि मिर्जापुर 2 में उनकी पुस्तक को दिखाया गया है लेकिन जो लाइनें बोली जा रही हैं वो उपन्यास का हिस्सा नहीं हैं। इस तरह की गंदी लाइनें लिखने के बारे में वह सोच भी नहीं सकते।