केरल फिल्मोत्सव में 11 दिसंबर को सेंसरशिप के गुण-दोषों पर चर्चा
देश में जब फिल्म सेंसरशिप की प्रासंगिकता को लेकर बहस छिड़ी हुई है, ऐसे में आगामी अंतरराष्ट्रीय केरल फिल्मोत्सव के तहत 11 दिसंबर को एक संगोष्ठी में इसके गुण एवं दोषों पर विचार विमर्श किया जाएगा।
केरल चलचित्र अकादमी ने कहा कि जाने माने फिल्मकार एवं दादा साहेब फाल्के पुरस्कार विजेता श्याम बेनेगल, पीके नायर संगोष्ठी को संबोधित करेंगे। अकादमी ने सप्ताह भर चलने वाले इस उत्सव का आयोजन किया है जो नौ दिसंबर को शुरू होगा।
अकादमी ने कहा कि इस संगोष्ठी में ऐसा मंच मुहैया कराए जाने की संभावना है जहां बेनेगल समिति की रिपोर्ट संबंधी आशंकाओं का समाधान मिल सके। फिल्मों के प्रमाणन के लिए समग्र रूपरेखा तैयार करने के लिए बेनेगल समिति गठित की गई है।
उसने कहा कि इस संगोष्ठी की मेजबानी फिल्म समालोचक सीए वेंकीटेश्वरन करेंगे। इसमें डाक्यूमेंट्री फिल्मकार राकेश शर्मा, सेंसर बोर्ड की पूर्व सीईओ पंकजा ठाकुर, पूर्व सदस्य अंजुम राजाबली, पुरस्कार विजेता फिल्मकार दीपा धनराज, निर्देशक बी उन्नीकृष्णन एवं जयन चेरियन और फिल्म समालोचक वी सी हैरिस भाग लेंगे।
फिल्मोत्सव के तहत 12 दिसंबर को ‘सेलिब्रेटिंग 50 ईयर्स: द सिनेमा ऑफ अदूर गोपालकृष्णन’ पर एक सम्मेलन भी आयोजित किया जाएगा। इसके बाद 14 दिसंबर को ‘द मिथ ऑफ लो बजट फिल्म मेकिंग इन द लाइट ऑफ स्पेक्टैक्युलर’ पर एक अन्य सम्मेलन आयोजित किया जाएगा।(भाषा)