एक स्विमसूट में महिला का होना, साड़ी में महिला का होने की तरह एक चॉइस है : एकता कपूर
'कंटेंट क्वीन' एकता कपूर अपने प्रोडक्शन और प्लेटफॉर्म ऑल्ट बालाजी के माध्यम से मजबूत महिलाओं की कहानियों को आगे बढ़ाने के लिए जानी जाती हैं। उनका मानना है कि यह उन कहानियों को बताने का समय है जो महिलाओं द्वारा सामना किएजाने वाले अन्य मुद्दों को हाईलाइट करती हैं और जो सामाजिक रूढ़िवादी सोच के कारण दिन का उजाला नहीं देख पा रही हैं।
डॉली किट्टी और वो चमकते सितारे, लिपस्टिक अंडर माय बुर्का, द डर्टी पिक्चर और अब, द मैरिड वुमन जैसी परियोजनाओं के पीछे उनकी जागरूक सोच के बारे में पूछने पर एकता कपूर ने साझा किया, हां यह एक कॉन्ससियस डिसीजन है। अधिकांश देशों में एक महिला की सेक्सुअलिटी को पाप माना जाता है।
यह एक बड़ी समस्या है और मुझे कई बार कहा गया था कि मैं उस यात्रा का एक बड़ा हिस्सा थी क्योंकि महिलाओं को साड़ी और सिंदूर पहना हुआ दिखाकर, मैंने किसी तरह इस देश में महिलाओं के विकास को रोक दिया है और मैं इससे सहमत नहीं हूं क्योंकि मुझे लगता कि एक स्विमसूट में महिला का होना, साड़ी में महिला का होने की तरह एक चॉइस है।
वह आगे कहती हैं, जैसा मैंने कहा, मैंने रूढ़िवादी महिलाओं की कई कहानियां बताई हैं, जिनके जीवन में घरेलू मुद्दे हैं, लेकिन अब समय आ गया है कि मैं उन महिलाओं की कहानियाँ बताऊं जिनकी ज़िंदगी में अन्य मुद्दे हैं। जीवन के विभिन्न पढ़ाव पर, हर महिला के पास चॉइस हैं और यह उनकी पसंद है। वह अपनी किसी भी चॉइस के साथ अच्छी या बुरी नहीं बनती।
भारतीय टीवी शो की मजबूत नींव रखने और बैकबोन बनने से लेकर अब अनकन्वेंशनल और पाथ-ब्रेकिंग कंटेंट के साथ आगे बढ़ने तक, एकता कपूर इस स्पेस में सर्वश्रेष्ठ से बेहतर है। यही वजह है कि हाल ही में, उन्हें भारतीय टेलीविजन अकादमी (ITA) द्वारा हॉल ऑफ फेम अवार्ड से सम्मानित किया गया था।