धूम 2 के 14 साल- संगीतकार प्रीतम बता रहे हैं कि कैसे किया था 'धूम मचा ले' तैयार
‘धूम मचा ले का इंग्लिश ट्रैक बनाना आदि का ग्रेट आइडिया था!’: धूम: 2 की 14वीं सालगिरह पर कंपोजर प्रीतम बता रहे हैं कि उन्होंने जनरेशन-डिफाइंग ‘धूम मचा ले’ को कैसे तैयार किया था
भारत के सबसे बड़े प्रोडक्शन हाउस यशराज फिल्म्स ने धूम सीरीज की फिल्मों के दम पर भारत को उसकी सबसे बड़ी फ्रेंचाइजी दी है। ये दिल की धड़कनें तेज करने वाली, उत्तेजक और सम्मोहक, एंटी-हीरो एंटरटेनर खरे अर्थों में बड़ी देखने लायक फिल्में रही हैं। धूम सीरीज की फिल्मों ने फिल्म-मेकिंग के हर डिपार्टमेंट में और नेशनल व ग्लोबल बॉक्स-ऑफिस के स्तर पर नया बेंचमार्क स्थापित किया। धूम: 2 की 14वीं सालगिरह के मौके पर धूम सीरीज का संगीत देने वाले प्रीतम बता रहे हैं कि उन्होंने धूम मचा ले सॉन्ग को किस तरह कंपोज किया था। यह ऐसा म्यूजिक ट्रैक था, जिसने भारतीयों की कई पीढ़ियों का मनोरंजन किया है।
“मुझे याद आता है कि धूम के लिए जो पहला गाना तय किया गया था, वह था- दिलबरा। यह अली (उदय चोपड़ा) का गाना था। तभी समीर साहब (गीतकार) पिक्चर में आए। उस वक्त कोई नाम नहीं रखा गया था, धूम का कोई जिक्र तक नहीं था। धूम के लिए जो गाने जमा किए गए थे, उनमें धूम मचा ले शामिल था। मुझे याद है कि फिल्म के टाइटल को लेकर एक मीटिंग हुई थी। हम सभी बैठ कर माथापच्ची कर ही रहे थे कि आदि (आदित्य चोपड़ा) धूम मचा ले, धूम मचा ले बोल उठे! धूम हमारे पास जमा मेलोडी में पहले से ही मौजूद था। हालांकि मुझे याद नहीं आ रहा है कि उस वक्त गाने के कामचलाऊ बोल क्या थे। तो जब आदि धूम मचा ले को लेकर सामने आए, सब लोग फौरन उस पर रजामंद हो गए और बोले कि फिल्म का टाइटल और टाइटल सॉन्ग यही होगा!”- याद करते हैं प्रीतम।
प्रीतम स्वीकार करते हैं कि उनको दर्शकों के बीच धूम मचा ले के इतना ज्यादा पॉप्युलर होने की उम्मीद नहीं थी। उनका कहना है- “हमने कभी सोचा नहीं था कि धूम इतना बड़ा सॉन्ग बन जाएगा। मेरे मन में भी ऐसा कोई ख्याल नहीं था, मैं तो बस इतनी उम्मीद कर रहा था कि यह तमाम बाधाओं को पार करते हुए पॉप्युलर हो जाए, क्योंकि उस वक्त मेरे लिए यह बड़ी अहमियत रखता था। किसी गाने का पॉप्युलर होना हमेशा महत्वपूर्ण होता है, लेकिन उस वक्त मैं सिर्फ आशा लगाए बैठा था और भगवान को मना रहा था। मुझे याद है कि जिस दिन धूम रिलीज होने जा रही थी, मैं शिरडी के रास्ते पर था। उस दौरान मुझे दो जगहों पर धूम मचा ले सुनाई दिया। एक तो किसी कार के बैक हॉर्न की धुन थी और दूसरा शिरडी में ही मैंने किसी को यह गाना गाते सुना। तब मुझे ख्याल आया कि गाना तो पॉप्युलर हो गया! धूम जैसे मुझे किसी बग्घी में बिठाकर आगे खींच ले गया था।"
धूम मचा ले का एक इंग्लिश वर्जन भी तैयार किया गया था, जिसे पॉप्युलर इंटरनेशनल आर्टिस्ट टाटा यंग ने अपनी आवाज दी थी। वह ट्रैक म्यूजिक चार्ट्स के शिखर पर रहा और शहरी युवाओं का एंथम बन गया था। राज फाश करते हुए प्रीतम बताते हैं, “यह आदि ने ही कहा था कि चलो धूम मचा ले का एक इंग्लिश वर्जन बनाते हैं! मुझे नहीं पता कि आदि ने ऐसा क्यों कहा था। शुरू में मैंने सोचा कि यह चलने वाला नहीं है, तो टाटा यंग पिक्चर में आईं। मुझे याद है कि टाटा यंग बोल रही थीं- दूम मचा ले। इसकी वजह यह थी कि इंग्लिश में ध का उच्चारण होता ही नहीं है। जब हम उनसे ध बुलवाने के लिए हाथ-पैर मार रहे थे तो वह खूब खिलखिला रही थीं। बाद में मुझे लगा कि दरअसल इंग्लिश वाला ट्रैक आदि का शानदार आइडिया था, क्योंकि इसने धूम मचा ले को एक नया आयाम दे दिया। वह वर्जन साउथ-ईस्ट एशिया, चीन और कई अन्य देशों में बड़ा पॉप्युलर हुआ था।“
प्रीतम खुलासा करते हैं कि धूम: 2 का म्यूजिक क्रिएट करते वक्त उनके मन में बड़ी उथलपुथल मची हुई थी, क्योंकि पहली वाली फिल्म का म्यूजिक आसमान छू रहा था। वह बताते हैं, “जब मैंने धूम: 2 का म्यूजिक कंपोज करना शुरू किया तो मैं भारी दबाव में था, क्योंकि धूम 1 के म्यूजिक की दास्तान बेहद कामयाब रही थी। हालांकि आदि ने कह रखा था कि हम किसी दबाव में न आएं और फिल्म के फ्लो तथा स्क्रिप्ट के साथ आगे बढ़ें। हमें धूम मचा ले का इंग्लिश वर्जन एकदम किसी नए गाने की तरह बनाना था। तो वे यह आइडिया लेकर सामने आए कि इसमें रद्दी वाले सामान का इस्तेमाल किया जाए और नए वर्जन को एक सुपर कूल अहसास देने के लिए इसी रद्दी से म्यूजिक पैदा किया जाए।"
प्रीतम आगे बताते हैं, “मुझे याद है कि धूम: 2 के लिए धूम मचा ले का रूपरेखा तैयार करने के दौरान मैं चार बंगला (मुंबई का एक उपनगर) गया था और अंधेरी के आस-पास मौजूद सारी दूकानें छान मारीं! वहां से मैंने बिस्किट के टिन, आवाज पैदा करने वाले अलग-अलग किस्म के बर्तन, आटा रखने के बड़े-बड़े डिब्बे, बाल्टियों और कनस्तरों का ढेर जमा किया और हमने उनके साउंड से ट्रैक तैयार किया। धूम का थीम म्यूजिक कारों के हॉर्न की चिल्लपों से बना था और धूम: 2 का पूरा पर्कसन रद्दी की दूकान में पड़े कनस्तरों और डिब्बा-बाल्टियों के शोर से तैयार किया गया था! यह पागलपन से भरपूर एक मजा था, उस पर भी आदि इसे इंग्लिश में रखना चाहते थे। विशाल से गाना गवाने का सुझाव आदि ने दिया था और आखिरी टाइटल के लिए हमने एक गर्ल वर्जन भी बनाया। धूम: 2 का मेरा पसंदीदा गाना है- क्रेजी किया रे! यह गाना तैयार करने में मुझे सचमुच बड़ा आनंद आया था।“