रामविलास पासवान के निधन पर राजनीति, HAM की प्रधानमंत्री को चिट्ठी
पटना। दूसरे चरण के मतदान से ठीक एक दिन पहले यानी 2 नवंबर को पूर्व केन्द्रीय मंत्री रामविलास पासवान के निधन पर सवाल उठाते हुए जीतनराम मांझी की पार्टी हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा (HAM) ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखा है। दूसरी ओर, चिराग ने भी माझी की पार्टी को निशाने पर लिया है।
हम के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. दानिश रिजवान ने इस पत्र की आड़ में लोजपा नेता एवं रामविलास पासवान के पुत्र चिराग को घेरने की कोशिश की है। पत्र में पासवान के निधन की न्यायिक जांच की मांग की गई है।
The way Manjhi Ji is talking about my father now, why didn't he show so much concern about him when he was hospitalised? Everyone is playing politics over a dead person now, why no one bothered to visit him when he was alive?: LJP President Chirag Paswan on Jiten Ram Manjhi https://t.co/2huWJ0HprN
पत्र में लिखा गया है कि आज भी हम जैसे उनके प्रशंसक उन्हें याद कर दुखी हो जाते हैं, किंतु लोजपा के अध्यक्ष और स्व. पासवान के पुत्र अंतिम संस्कार के दूसरे ही दिन एक शूटिंग के दौरान न केवल हंसते-मुस्कराते हुए दिखाई दिए, बल्कि कट-टू-कट शूटिंग की भी बात करते रहे। इसको देखते हुए स्व. पासवान के प्रशंसकों के मन में सवाल उठना स्वाभाविक है।
पत्र में चिराग पासवान को कठघरे में खड़ा करते हुए निधन की न्यायिक जांच की मांग की गई है। दूसरी ओर, चिराग पासवान ने भी मांझी पर निशाना साधा है।
चिराग ने पत्र लिखने की घटना को शर्मनाक बताते हुए कहा कि मैंने फोन पर मांझीजी को पिता (रामविलास पासवान) की गंभीर स्थिति के बारे में अवगत कराया था, लेकिन वे उन्हें देखने नहीं आए। उन्होंने पिता की मौत पर राजनीति करने का भी आरोप लगाया।