बॉडी बिल्डिंग चैंपियन भूमिका ने मज़ाक उड़ाने वालों को ऐसे चुप कराया
- इंदु पांडे
वेनिस (इटली) में आयोजित वर्ल्ड बॉडीबिल्डिंग चैम्पियनशिप में भूमिका शर्मा ने मिस वर्ल्ड का खिताब जीत लिया है। इस प्रतियोगिता का आयोजन पिछले सप्ताह किया गया था। इससे पहले वह मिस इंडिया बॉडीबिल्डिंग चैंपियनशिप में दूसरे स्थान पर रही थीं। देहरादून की रहने वाली भूमिका पिछले तीन सालों से बॉडीबिल्डिंग कर रही हैं।
उन्होंने बताया कि उन्हें बॉडी बिल्डिंग की प्रेरणा उनकी मां से मिली, जो कि ख़ुद भी एक एथलीट रह चुकी हैं और अपनी सफलता का सारा श्रेय अपने परिवार को देती हैं।
कैसे किया समाज का सामना?
जब उनसे पूछा गया कि महिलाओं का बॉडीबिल्डिंग करना इतना आम नहीं है, ऐसे में समाज की आलोचनाओं का उन्होंने कैसे सामना किया?
तो भूमिका ने कहा कि यह एक ऐसा क्षेत्र है जहां पुरुषों का ज़्यादा दबदबा है। हमारा समाज महिलाओं का बॉडीबिल्डिंग करना स्वीकार नहीं करता। जब मैंने ट्रेनिंग शुरू की, तो लोग मेरा मज़ाक उड़ाते थे। लेकिन जब मेरे मसल्स बन गए, तो उन्होंने मेरा मज़ाक बनाना छोड़ दिया।
'अकेली महिला बॉडीबिल्डर'
गौरतलब है कि इटली में हुई इस चैम्पियनशिप में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाली वे अकेली महिला थीं। प्रतियोगिता में कुल 500 पुरुषों और 50 महिलाओं ने हिस्सा लिया था। अपने श्रेणी में भूमिका ने दुनिया भर से आईं 50 महिलाओं को हराकर यह ख़िताब जीता है।
इस चैम्पियनशिप में उन्हें बॉडी पोज़िंग के सबसे ज़्यादा अंक मिले। प्रतियोगिता में पहने जाने वाले कपड़ों के बारे में जब उनसे पूछा गया तो उन्होंने बताया कि उन्हें बिकनी पहनना पड़ता था।
भूमिका ने तय किया अगला लक्ष्य
शुरू में उन्हें झिझक ज़रूर महसूस होती थी, लेकिन उन्होंने आत्मविश्वास से उसका सामना किया। भूमिका बताती हैं कि यहां तक आने में उन्हें कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा।
उनका खान-पान काफ़ी सख्त था। वह हर दो घंटे में प्रोटीन युक्त डाइट लेती थीं और रोज़ाना रनिंग करती थीं। मिस वर्ल्ड चैम्पियनशिप के बाद अब वह मिस यूनिवर्स प्रतियोगिता की तैयारी में लग गई हैं जो इसी साल दिसंबर में होने वाली है।
(बीबीसी संवाददाता इंदु पांडे के साथ बातचीत पर आधारित)