कविता : आजाद, सदा रहे आजाद
सपना सीपी साहू 'स्वप्निल' | सोमवार,फ़रवरी 27,2023
जो सदा स्वयं रहे नाम और काम से आजाद, उस आजाद का हमारी आजादी में बड़ा हाथ। उस वीर क्रांतिकारी पं. चंद्रशेखर आजाद की, ...
महाशिवरात्रि विशेष : एक संपूर्ण प्रेम कहानी शिव और शिवा की
सपना सीपी साहू 'स्वप्निल' | मंगलवार,फ़रवरी 14,2023
प्रेम शब्द में ढाई अक्षर होते हैं। जो दो पूर्ण और एक अधूरे शब्द से बना है। कहा जाता है कि प्रेम शब्द ही अपूर्ण है इसलिए ...
विश्व की सबसे आदर्श नारी सीता माता
सपना सीपी साहू 'स्वप्निल' | सोमवार,फ़रवरी 13,2023
त्रेतायुग में श्री राम पर वाल्मीकि जी द्वारा रचित महाकाव्य रामायण यूं तो कई आदर्श व महान पात्रों के विषय में वर्णित ...
भारतीय नारी के उत्पीड़न और उनके समाधान
सपना सीपी साहू 'स्वप्निल' | बुधवार,जनवरी 25,2023
भारतवर्ष में जहाँ प्राचीनकाल से ही नारी को पूजने की परंपरा बलवती रही, वहीं मध्यकाल व आधुनिक काल में विदेशी आक्रांताओं ...
हिंदी पत्रकारिता दिवस पर कविता : कर्तव्यनिष्ठ पत्रकार
सपना सीपी साहू 'स्वप्निल' | रविवार,मई 29,2022
Hindi Journalism Day Poem, कर्तव्यनिष्ठ पत्रकार अपना कर्म निभाते, वे भोर की प्रथम किरण से जाग जाते। रात्रि के अंत तक सब ...
ताजा कविता : शिव को कौन रख सका बंदी, परम भक्त गण नंदी
सपना सीपी साहू 'स्वप्निल' | मंगलवार,मई 17,2022
शिव को कौन रख सका बंदी?
देख रहा परमभक्त गण नंदी.....!!!
समाधिस्थ शंकर हो गए जागृत,
रूद्रवीणा, डमरू, मृदंग ...
राम नवमी - जग आधार...जय श्री राम...!!!
सपना सीपी साहू 'स्वप्निल' | शनिवार,अप्रैल 9,2022
जग आधार है, एक ही नाम,
जपते चलना, जय श्री राम...!!!
रघुकुल में जन्में प्रभु श्री राम,
आनंद छाया, अयोध्या ...
महिला दिवस पर कविता: पीड़ा सहकर भी मुस्कुराती
सपना सीपी साहू 'स्वप्निल' | सोमवार,मार्च 7,2022
सृजनकरणी सबसे बढ़कर,
नारियाँ जग बनाती बेहतर।
मुखड़ा सुंदर, मन भी सुंदर,
द्वैष न धारे वे उर के ...
महाशिवरात्रि से पहले उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में शिवनवरात्रि उत्सव
सपना सीपी साहू 'स्वप्निल' | सोमवार,फ़रवरी 21,2022
महाशिवरात्रि शिवभक्तों के अटल विश्वास का महापर्व है। जो पूरे भारत में शिव उपासकों व शैव पंथ द्वारा अत्यंत हर्षोल्लास के ...
शिवाजी जयंती पर कविता - शिवाजी ने छत्रपति का सम्मान पाया
सपना सीपी साहू 'स्वप्निल' | शनिवार,फ़रवरी 19,2022
भारत में रही सदा सम्पन्नता, सभ्यता, संस्कृति,
छल कपट से मिटी अखण्ड भारत की आकृति।
यहाँ गूंजती रहेगी महान योद्धाओं ...