आमदनी अठन्नी, घोटाला रुपईय्या
डॉ. आशीष जैन | सोमवार,फ़रवरी 26,2018
बही-खातों में जब छोटे-छोटे घपले टाले जाते हैं, तो वो घोटाले बन जाते हैं। आशावादी भारतीय लोकतंत्र में घोटाला होना एक शुभ ...
उफ़! ये तुम्हारी वायरल अदाएं
डॉ. आशीष जैन | शुक्रवार,फ़रवरी 16,2018
जो सज्जन इसे पढ़ सकते हैं, बहुत संभव है वो इसे समझ नहीं सकेंगे। यद्यपि पढ़ना शिक्षित होना दर्शाता है वरन, समझना समझदारी। ...
जो दिखाई दे, वही सत्य है
डॉ. आशीष जैन | गुरुवार,फ़रवरी 8,2018
उद्घाटन कार्यक्रम के पश्चात मंत्रीजी ने टीवी कैमरे की ओर जिस धृष्टता से देखा तभी लग गया था कि फीता तो कट गया अब नाक ...
तेरा भारत, मेरे भारत से महान कैसे?
डॉ. आशीष जैन | गुरुवार,फ़रवरी 1,2018
जब माताश्री के नारे ‘गरीबी हटाओ’ से गरीबी हट गई तब सुपुत्रश्री ने राजनीति में आते ही घोषणा कर दी - ‘मेरा भारत महान'। ...
इस संक्रांति... तिल का ताड़
डॉ. आशीष जैन | गुरुवार,जनवरी 18,2018
दिवाली पर प्रदूषण के निरंतर बढ़ते स्तर का स्वयं संज्ञान लेते हुए सर्वोच्च माननीय ने पटाखों पर निषेधाज्ञा लागू कर दिवाली ...
अगला चुनाव कब है?
डॉ. आशीष जैन | बुधवार,जनवरी 10,2018
जब से गुजरात व एक अन्य किसी प्रदेश के चुनावों के अपेक्षित परिणाम, अनपेक्षित रूप से घोषित हुए हैं, तब से जीवन सूना-सूना ...
लो फिर से आ गया नया साल...
डॉ. आशीष जैन | गुरुवार,जनवरी 4,2018
बधाइयों और शुभकामनाओं का जब ‘व्हाट्स एप’ पर यकायक तांता लग जाए और मोबाइल की घंटी अनवरत घनघनाने लगे तो नया साल आ ही गया ...
'पहले आप'… 'पहले आप, मेरे बाप'
डॉ. आशीष जैन | शुक्रवार,दिसंबर 29,2017
चौराहे जाम, मुख्य मार्ग जाम, देखते ही देखते जाम छलक गया गलियों में। पुलिसकर्मी नदारद, लाल बत्तियाँ गुल, व्यवस्था ...
तोल, मोल के बोल
डॉ. आशीष जैन | गुरुवार,दिसंबर 21,2017
प्रत्येक बोले जाने वाले बोल का मोल होता है अत: उसका व्यय तोल-तोलकर ही करना उचित है। बोल सस्ते भी होते हैं और महंगे भी। ...
पॉलिथीन में लिपटी मृतप्राय व्यवस्था
डॉ. आशीष जैन | शुक्रवार,दिसंबर 15,2017
कुछ दिनों पूर्व एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई जिसमें 22 सप्ताह के 2 अपरिपक्व भ्रूणों को जन्म के पश्चात असंवेदनशीलता से ...